
ऑपरेशन सिंदूर के नन्हे सिपाही श्रवण सिंह को प्रधानमंत्री नेशनल चाइल्ड अवाॅर्ड से सम्मानित किया जाएगा। श्रवण अवाॅर्ड लेने को दिल्ली रवाना हो चुका है।
उल्लेखनीय है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सरहद पर तैनात सैनिकों को श्रवण (10) घर से लस्सी, दूध और रोटी लेकर देने के लिए जाता था। इतनी छोटी उम्र के बच्चे ऐसे माहौल में डर कर अपनी मां की गोद में दुबक कर बैठते हैं, लेकिन वह बेखौफ होकर सरहद पर घूमता था।
26 दिसंबर को मिलेगा सम्मान
ममदोट के सिटी हार्ट स्कूल में पढ़ने वाला श्रवण सिंह 26 दिसंबर को होने वाले प्रधानमंत्री नेशनल चाइल्ड अवॉर्ड लेने के लिए दिल्ली रवाना हो गया है। वह पंजाब का अकेला विद्यार्थी है जो इस साल दिल्ली में होने वाले प्रधानमंत्री नेशनल चाइल्ड अवॉर्ड में हिस्सा ले रहा है। उसने ऑपरेशन सिंदूर में इंडियन आर्मी की बहुत मदद की थी।
आर्मी कर चुकी है सम्मानित
इस बच्चे का जज्बा देखकर इंडियन आर्मी ने उसे कई मेडल से सम्मानित किया। अब इसेसाल 2025 में होने वाले प्रधानमंत्री नेशनल चाइल्ड अवॉर्ड के लिए चुना गया है। इस मौके पर स्कूल की प्रिंसिपल रजनी शर्मा ने विद्यार्थी और उसके अभिभावकों को बधाई दी और श्रवण को दिल्ली के लिए रवाना किया। इसके अलावा प्रिंसिपल ने स्कूल के दूसरे विद्यार्थियों को भी अच्छा इंसान बनने और मुश्किल समय में अपने देश का साथ देने के लिए मोटिवेट किया।
इस मौके पर रजनी शर्मा के अलावा शिक्षक जगदीप कौर, सपना, खुशी और पूरा स्टाफ मौजूद था। श्रवण के स्कूल और उसकी बीमारी के इलाज का खर्च सेना उठा रही है।



