
जम्मू-कश्मीर पुलिस आतंकी तंत्र को ध्वस्त करने के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है। पुलिस ने शुक्रवार को श्रीनगर शहर में प्रतिबंधित आतंकी संगठनों से जुड़े आतंकी मददगारों के 21 ठिकानों पर छापे मारे। इस दौरान आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल उपकरण और अन्य सबूत बरामद किए गए।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत चल रही जांच के सिलसिले में छापे मारे गए। पुलिस टीमों ने आतंकी मददगारों और ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के ठिकानों को गहनता से खंगाला। ये लोग आतंकवाद से संबंधित गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने, सहायता करने या बढ़ावा देने में शामिल पाए गए थे। यह कार्रवाई कार्यकारी मजिस्ट्रेट और स्वतंत्र गवाहों की उपस्थिति में और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में की गई। इस दौरान दस्तावेज, डिजिटल उपकरण और आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई।
आतंकी मददगारों पर कसा जा रहा शिकंजा
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आतंकी मददगारों पर शिकंजा कसा जा रहा है। यह ॉकार्रवाई व्यापक खुफिया जानकारी जुटाने की प्रक्रिया का हिस्सा है। इसका उद्देश्य सार्वजनिक शांति और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पैदा करने वाली षड्यंत्रकारी या आतंकवादी गतिविधियों को रोकना है। आतंकवाद से संबंधित और राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने या समर्थन देने में शामिल सभी व्यक्तियों की पहचान की जा रही है। उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
मंगलवार-बुधवार को भी कश्मीर में मारे थे छापे
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मंगलवार व बुधवार को कश्मीर घाटी में प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी, हुर्रियत व जम्मू-कश्मीर इतिहाद-उल-मुस्लिमीन के सदस्यों के घरों में छापे मारे थे। बडगाम, हंदवाड़ा, सोपोर व अनंतनाग में छापे मारकर इन संगठनों से जुड़ी किताबें, तस्वीरें व दस्तावेज जब्त किए गए थे।