विजयी मुस्कान और विक्ट्री साइन के साथ सामने आई हरियाणा के चाणक्यों की ‘सेल्फी’

नायब सैनी के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले मंच से ही एक फोटो सामने आई है, जो भाजपा की संगठनात्मक संरचना, शक्ति और संस्कारों को पूरी तरह प्रदर्शित कर देती है। यह फोटो नायब सैनी के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद है। जिसमें भाजपा की हरियाणा में जीत के सूत्रधार माने जा रहे चारों प्रभारी उंगलियों से विक्ट्री का चिन्ह बनाते हुए दिखाई दे रहे हैं।

विजयी मुस्कान के साथ सामने आई हरियाणा के चाणक्यों की ‘सेल्फी’

दरअसल हरियाणा विधानसभा के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, चुनाव सह प्रभारी बिप्लब कुमार देब, प्रदेश प्रभारी डॉक्टर सतीश पूनिया व सह प्रभारी सुरेन्द्र नागर मंच पर लगी कुर्सियों के पीछे खड़े थे। अचानक डाक्टर सतीश पूनिया ने अपना मोबाइल निकाल लिया और धर्मेंद्र प्रधान, बिप्लब कुमार देब, सुरेन्द्र नागर से हरियाणा में भाजपा की बड़ी जीत को सेलिब्रेट करने के लिए एक सेल्फी की रिक्वेस्ट कर दी। मौका खुशी का था तो चारों प्रभारियों ने एक विजयी मुस्कान के साथ विक्ट्री का साइन बना लिया। डॉक्टर पूनिया ने अपने मोबाइल से एक क्लिक किया और शानदार सेल्फी खिंच गई, लेकिन इस शानदार नजारे को मीडिया गैलरी में खड़े अन्य फोटोग्राफरों ने भी अपने कैमरों में कैद कर लिया।

सतीश पूनिया ने अपने द्वारा ली गई सेल्फी को सोशल मीडिया हैंडल पर वी-4 कैप्शन देते हुए पोस्ट किया, लेकिन इससे पहले ही मंच के नीचे से सेल्फी लेते हुए चारों प्रभारियों का यह फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका था। प्रदेश के मीडिया प्रभारी अरविंद सैनी ने फोटो को “भाजपा की जीत के चार चाणक्य” के कैप्शन के साथ एक्स पर पोस्ट किया तो राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़ ने सतीश पूनिया सेल्फी को पोस्ट करते हुए लिखा-“हरियाणा विजय के रणनीतिकार”। इसी तरह बहुत से भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने फोटो और सेल्फ़ी को अलग-अलग सोशल मीडिया हैंडल पर चारों प्रभारियों की तारीफ में लिखते हुए पोस्ट किया।

बीएल संतोष ने चारों प्रभारियों की फोटो डालते हुए जीत का दिया श्रेय

भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने भी एक्स पर चारों प्रभारियों की फोटो और सेल्फ़ी डालते हुए जीत का श्रेय दिया है। जिस तरह से चुनाव के दौरान चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के नेतृत्व में बिप्लब कुमार देब, डाक्टर सतीश पूनिया और सुरेन्द्र नागर ने मुख्यमंत्री नायब सैनी, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल और प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडौली, पूर्व सांसद संजय भाटिया आदि तमाम प्रदेश के भाजपा नेताओं से तालमेल के साथ रणनीति बनाई और भाजपा कार्यकर्ताओं में तीसरी बार भी जीत की उम्मीद भरी, उससे भाजपा कांग्रेस द्वारा बनाए गए उस माहौल को बदलने में कामयाब हुई, जो लोकसभा चुनाव में भाजपा की कम सीटें आने से बना था। मुख्यमंत्री नायब सैनी, प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडौली और अन्य स्टार प्रचारक नेता पब्लिक मीटिंग्स के जरिए भाजपा के पक्ष में माहौल बना रहे थे, तो वहीं ये चारों प्रभारी हरियाणा की जनता के मन को पढ़कर न केवल उसी प्रकार से रणनीति बना रहे थे, बल्कि एक-एक कदम उसी हिसाब से बढ़ाये जा रहे थे।

सूत्रों के अनुसार हरियाणा के इस चुनाव को खुद अमित शाह हैंडल कर रहे थे और उन्होंने ही उड़ीसा में जीत का इतिहास रचने वाले रणनीतिकारों धर्मेंद्र प्रधान और बिप्लब कुमार देब की जोड़ी को हरियाणा में चुनाव की जिम्मेदारी दी। इसी बीच सतीश पूनिया को प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी गई। सुरेन्द्र नागर पहले से ही सह प्रभारी के रूप में कार्य कर रहे थे। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी प्रभारियों की टीम के साथ हर स्तर पर जीत के लिए रणनीति बनाने में जुटे रहे। प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडौली ने संगठन मंत्री फणींद्र नाथ शर्मा, प्रदेश महामंत्री सुरेश पूनिया, अर्चना गुप्ता और कृष्ण बेदी के साथ मिलकर पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को लगातार मजबूती देने में लगे रहे और केंद्रीय टीम की रणनीति के अनुसार कार्यक्रमों को अमली जामा पहनाते रहे।

पार्टी पदाधिकारियों के अनुसार चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल, मुख्यमंत्री नायब सैनी, सह प्रभारी बिप्लब कुमार देब, प्रदेश प्रभारी सतीश पूनिया, सह प्रभारी सुरेन्द्र नागर और प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडौली पार्टी के विभिन्न विभागों और प्रकोष्ठों द्वारा किए जा रहे रोजाना के काम की समीक्षा करते थे। मीडिया और सोशल मीडिया के जरिए अपनी सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने के साथ साथ विपक्ष के झूठे नैरेटिव को तोड़ने के काम को भी बड़ी खूबी से अंजाम दिया। मुख्यमंत्री नायब सैनी के हंसमुख चेहरे, मिलनसार व्यवहार और सादगी को भी बड़े रणनीतिक तरीके से प्रस्तुत किया गया, जिससे मुख्यमंत्री जनता का दिल जीतने में सफल रहे।

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