वाराणसी में 5 नवंबर को मनाई जाएगी भव्य देव दीपावली, रोशनी से गंगा जगमग होंगे घाट

धार्मिक राजधानी वाराणसी में 5 नवंबर को भव्य देव दीपावली का आयोजन किया जाएगा. देव दीपावली के अवसर पर वाराणसी के सभी 84 घाट 15 लाख दियों से जगमग होंगे.

कार्तिक पूर्णिमा को वाराणसी के गंगा घाट पर देव दीपावली मनाने की प्राचीन परंपरा रही है. इस बार देव दीपावली 5 नवंबर को मनाई जाएगी. देव दीपावली के अवसर पर वाराणसी के सभी 84 घाट 15 लाख दियों से जगमग होंगे. वहीं देव दीपावली के मद्देनजर पुलिस-प्रशासन ने व्यवस्थाएं चाक-चौबंध की हैं.

इस संबंध में एबीपी लाइव को मिली जानकारी के अनुसार, कल 5 नवंबर को वाराणसी के चेतसिंह घाट पर लेजर शो का आयोजन किया जाएगा. इसके अलावा गंगा उस पर ग्रीन क्रैकर्स शो भी आयोजित किए जाएंगे. वाराणसी के दशास्वमेध घाट पर 21 ब्राह्मण और 42 रिद्धि सिद्धि की मौजूदगी में मां गंगा की महाआरती की जाएगी. यह पूरे वर्ष में एक बार आयोजित किया जाता है

सीएम योगी 5 नवंबर को पहुंच सकते हैं वाराणसी

देव दीपावली पर वाराणसी के दशास्वमेध घाट पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे. शाम 6:00 के बाद 5 नवंबर को देव दीपावली का आयोजन शुरू हो जाएगा. आज राजघाट पर चार दिवसीय गंगा महोत्सव का समापन हो रहा है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी कल वाराणसी पहुंच सकते हैं.

बड़ी संख्या में देव दीपावली देखने आएंगे लोग

आपको बता दें कि 5 नवंबर को सुबह कार्तिक पूर्णिमा के स्नान से लेकर देर शाम देव दीपावली को देखने के लिए लाखों की संख्या में लोग वाराणसी के गंगा घाट पहुंचेंगे. देव दीपावली को लेकर वाराणसी में नाव और होटल की बंपर बुकिंग हो चुकी है. इसके अलावा पुलिस प्रशासन की तरफ से हर घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहेंगे. साथ ही ड्रोन कैमरे से नजर रखी जाएगी.

बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी, जिसे वाराणसी या बनारस के नाम से जाना जाता है, गंगा घाट पर बसे इस शहर को लेकर मान्यता है कि यह भगवान शिव के त्रिशूल पर टिकी है. काशी में दिवाली के ठीक 15 दिन बाद देव दीपावली का मनाई जाती है, यह परंपरा सदियों से चली आ रही है. कहा जाता है कि इस दिन देवता स्वयं धरती पर उतरते हैं और भगवान शिव की आराधना करते हैं.

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