हरियाणा की पहलवान रीतिका हुड्डा आज पेरिस ओलिंपिक में 76 Kg वेट कैटेगरी में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। उनका मुकाबला दोपहर 3 बजे होगा। रीतिका ने 9 साल की उम्र में कुश्ती खेलनी शुरू की थी। उनका कहना है कि ओलिंपिक में गोल्ड जीतने के लिए उसने डेली 7 घंटे पसीना बहाया है। रीतिका ने पेरिस जाने से पहले कहा था, ‘जब उसका सिलेक्शन कॉमनवेल्थ और एशियन गेम्स में नहीं हुआ तो कुश्ती छोड़ने का फैसला कर लिया था। माता-पिता ने उसे कुश्ती खेलने के लिए प्रेरित किया।
पहलवान रितिका हुड्डा रोहतक के खरकड़ा गांव की रहने वाली है। आज पहली बार ओलंपिक मेडल के लिए पेरिस में मैट पर उतरेगी। रितिका का सामना हंगरी की बेर्नाडेट नागी से होगा। अगर वह इस चुनौती को पार करने में सफल रहीं तो इसी दिन क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल मुकाबला खेलेंगी। सेमीफाइनल जीतने पर वह देश के लिए पदक ला सकती हैं।
रीतिका अंडर 23 वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी
रीतिका हुड्डा वर्ल्ड चैंपियनशिप के अंडर-23 वर्ग में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान हैं। उन्होंने दिसंबर 2023 में अल्बानिया की राजधानी तिराना में आयोजित चैंपियनशिप में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल जीता था। इससे पहले भारत की ओर से सिर्फ एक पुरुष पहलवान ने अंडर 23 वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था।