
रामगढ़ बांध में कृत्रिम बारिश के लिए ड्रोन को 10 से 15 हजार फीट की ऊंचाई पर ले जाना होगा। लेकिन इसके लिए सरकार के पास अभी सिविल एविएशन की अनुमति ही नहीं है। इसके चलते हाल में हुए पहले चरण के ट्रायल फेल हो गए। अब कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा सिविल एविएशन से इसके लिए अनुमति मांगेंगे। किरोड़ी लाल ने कहा कि बांध में 10 से 15 हजार फुट ऊंचाई के ड्रोन लाएंगे।
इसके लिए सिविल एविएशन की परमिशन लेकर ड्रोन से बारिश करवाएंगे। उन्होंने कहा कि 18 अगस्त को परमिशन के लिए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री से मिलूंगा। डॉ.किरोड़ी ने कहा कि सिविल एविएशन के अधिकारियों ने 18 अगस्त का समय दिया है कि वे पर्सनली मिलकर ड्रोन के मामले में बात करेंगे।
गौरतलब है कि पहले दिन रामगढ़ बांध पर ड्रोन से कृत्रिम बारिश का प्रयोग फेल रहा, ड्रोन बादलों तक पहुंच ही नहीं पाया। मौसम विभाग के विज्ञानियों के अनुसार बारिश के बादल कम से कम 2 हजार फीट की हाइट पर होते हैं। जबकि कंपनी के पास अभी 400 फीट तक ड्रोन उड़ाने की ही अनुमति थी। अब 10 से 15 हजार फीट तक ड्रोन उड़ाने की डीजीसीए से अनुमति मिलना बाकी है। अब अगला ट्रायल इस अनुमति के बाद ही होगा। कंपनी इस बार सार्वजनिक घोषणा किए बिना ट्रायल करेगी ताकि भीड़ नहीं जुटे।