राजस्थान: रक्त से होगा प्रताप के वंशज का राजतिलक

वीर शिरोमणी महाराणा प्रताप के वंशज व नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ का आज राजतिलक होगा। उदयपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य महेंद्र सिंह मेवाड़ के निधन के बाद अब उनके पुत्र विश्वराज सिंह राजगद्दी संभालेंगे।

मेवाड़ के महाराणा की गद्दी पर आज नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ का राजतिलक किया जाएगा। राजतिलक की यह रस्म खून का तिलक लगाकर से पूरी होगी। इसमें सलूंबर ठिकानेदार तलवार से अंगूठा काटकर विश्वराज सिंह का राजतिलक करेंगे। चित्तौड़गढ़ दुर्ग के फतेह प्रकाश महल में यह कार्यक्रम होगा। हाल में उदयपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य महेंद्रसिंह मेवाड़ के निधन के बाद अब उनके पुत्र विश्वराज सिंह को राजगद्दी पर बैठाया जाएगा।

राजतिलक की रस्म सुबह 10 बजे चित्तौड़गढ़ के फतेह प्रकाश महल में होगी। इसके बाद दोपहर 2 बजे तक विश्वराज सिंह उदयपुर पहुंचेंगे और सिटी पैलेस में धूणी के दर्शन करने के बाद एकलिंगजी महादेव मंदिर जाएंगे, जहां शोक भंग होगा। इसके बाद उनके निवास स्थान समोर बाग में पगड़ी दस्तूर का कार्यक्रम होगा, जिसमें शोक की सफेद पाग को हटाकर गुलाबी पाग पहनाई जाएगी। इसके बाद कार्यक्रम की समाप्ति होगी।

राजतिलक के बाद मिलने का कार्यक्रम में विश्वराज सिंह मेवाड़ लोगों से मिलेंगे और इसके बाद उदयपुर चले जाएंगे। उदयपुर पहुंचने के बाद महल में प्रयागगिरी महाराज की धूणी पर दर्शन करेंगे। इसके बाद कुलदेवता के दर्शन करेंगे। राजतिलक के कार्यक्रम के बाद विश्वराज सिंह मेवाड़ के ईष्ट एकलिंगनाथ के दर्शन भी करेंगे। मेवाड़ में एकलिंगनाथ जी को राजा माना जाता है और राजगद्दी पर बैठने वाले को एकलिंगनाथ का दीवान बोला जाता है। यहां पुजारी रंग-दस्तूर की विधि कराएंगे और चांदी की छड़ी उनके कंधे पर धारण कराएंगे। इस छड़ी को देने का मतलब होगा कि अब विश्वराज सिंह मेवाड़ दीवान के रूप में काम करेंगे।

पत्नी सांसद, खुद विधायक हैं विश्वराज
विश्वराज सिंह मेवाड़ खुद नाथद्वारा से विधायक हैं और उनकी पत्नी महिमा कुमारी मेवाड़ राजसमंद से सांसद हैं। विश्वराज का जन्म 18 मई 1969 में हुआ और उनकी पढ़ाई मुंबई में पूरी हुई। मुंबई के सेंट जेवियर्स कॉलेज से उन्होंने अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री ली है।

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