प्रदेश में सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना हैं। इसी के चलते भाजपा ने दौसा सीट पर पूर्वी राजस्थान के कद्दावर नेता और भजनलाल सरकार में मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा पर दांव खेलते हुए उन्हें टिकट दिया है। राजस्थान की इस चर्चित सीट पर प्रदेश भर निगाहें हैं क्योंकि लोकसभा चुनाव में भाजपा ने यहां से जीतने के लिए ऐड़ी से चोटी तक का जोर लगाया था लेकिन भाजपा को यहां हार का सामना करना पड़ा था और कांग्रेस के मुरारीलाल मीणा यहां से सांसद निर्वाचित हुए थे। उसके बाद यह सीट खाली हुई अब इस दौसा सीट पर उपचुनाव होना हैं। इस सीट भाजपा द्वारा जगमोहन मीणा को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद कांग्रेस के समीकरण गड़बड़ा गए हैं।
दौसा सांसद मुरारीलाल मीणा के करीबी हरिकेश मीणा, राजस्थान सरकार के सार्वजनिक निर्माण विभाग में मुख्य अभियंता के पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर चुनाव लड़ने की इच्छा जता चुके हैं लेकिन भाजपा के प्रत्याशी घोषित होने के बाद कांग्रेस टेंशन बढ़ चुकी है।
सूत्रों की मानें तो सांसद मुरारीलाल मीणा हरिकेश मीणा को कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ाना चाहते हैं लेकिन इस सामान्य सीट पर भाजपा ने पहले ही एसटी कैंडिडेट का नाम घोषित कर दिया है, जिससे अब कांग्रेस के पास सामान्य उम्मीदवार और एससी के उम्मीदवार को टिकट देना मजबूरी बन गया है।
उधर भीतर खाने चर्चा है कि कांग्रेस यदि ब्राह्मण उम्मीदवार को टिकट देती है तो महेश शर्मा और समृद्धि शर्मा का नाम आ सकता है और एससी पर दांव लगाती है तो मात्र डीसी बैरवा का नाम निकलकर सामने आता है। इसी ऊहापोह के चलते कांग्रेस की तरफ से टिकट डिक्लीअर होने में देरी होती नजर आ रही है।
माना तो यह भी जा रहा है कि कांग्रेस कहीं ना कहीं नए प्रत्याशी का विकल्प ढूंढने में लगी है। इधर हरिकेश मीणा भी VRS लेकर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। अब कांग्रेस यदि किसी और को प्रत्याशी बनाती है तो दौसा विधानसभा उपचुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला होने संभावना जताई जा रही है ।