
राज्य सरकार अतिवृष्टि से प्रभावित इलाकों में राहत कार्यों को लेकर पूरी तरह संजीदा है और इसके लिए सभी मंत्रियों और विधायकों को 5 से 7 सितंबर के बीच अपने-अपने क्षेत्रों का दौरा करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बताया कि प्रदेश में इस बार अच्छी बारिश हुई है, जिससे किसान खुश हैं लेकिन कुछ इलाकों में अतिवृष्टि के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। ऐसे में सरकार ने जमीनी स्तर पर त्वरित राहत और बचाव कार्यों के लिए सक्रियता बढ़ाई है।
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस विधायकों से भी अपील की कि वे जनप्रतिनिधि होने के नाते प्रभावित लोगों के बीच जाएं और उनकी मदद करें। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेता जनता से कटे हुए हैं और सिर्फ राजनीति करने में लगे रहते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सिर्फ बखेड़ा करती है, कभी भी किसानों, मजदूरों, महिलाओं और युवाओं के मुद्दे गंभीरता से नहीं उठाए।
पेपर लीक पर सरकार का रुख सख्त
पेपर लीक मामले में पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार ने गठन के अगले ही दिन एसआईटी बनाकर जांच शुरू कर दी थी। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री के पीएसओ तक पुलिस की पहुंच हो चुकी है और जांच में कोई ढील नहीं बरती जाएगी। हर दोषी को दंड मिलेगा, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
गरीब को ‘गणेश’ मानते हुए कार्य कर रही सरकार
मुख्यमंत्री शर्मा ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की योजनाओं का हवाला देते हुए कहा कि सरकार गरीब, मजदूर, उद्योग और व्यापार जगत की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि रोटी, कपड़ा और मकान जैसी मूलभूत आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए राहत देने का काम किया गया है और जीएसटी में भी ऐतिहासिक सुधार किए गए हैं।