रांची में नए रूट निर्धारण को लेकर ऑटो और ई-रिक्शा चालक 27 अगस्त से हड़ताल कर रहे हैं। हड़ताल के कारण ट्रेन और बस यात्रियों को भी दिक्कतें हो रही हैं।
झारखंड की राजधानी रांची में आज भी ऑटो और ई-रिक्शा सड़कों से नदारद रहे। रूट निर्धारण के विरोध में ऑटो और ई-रिक्शा चालकों की हड़ताल जारी है। इससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। यात्रियों और स्कूली बच्चों को बहुत परेशानी हो रही है।दरअसल, यह हड़ताल शहर की सड़कों पर चलने के लिए रूट परमिट जारी न करने, वाहनों पर मनमानी कार्रवाई और भारी जुर्माना लगाने के विरोध में परिवहन विभाग और प्रशासन के खिलाफ है।
स्कूल जाने के लिए बच्चे चल रहे कई किलोमीटर पैदल
विभिन्न संगठनों ने भी गुरुवार से कैब और सिटी बसों को रोकने का फैसला किया है। गुरुवार सुबह स्कूलों के विद्यार्थी अपने माता-पिता के साथ कई किलोमीटर पैदल चलकर स्कूल पहुंचते नजर आए। दीपटोली रांची में एक निजी स्कूल में अपनी बेटी को छोड़ने आईं बबिता देवी ने कहा, ‘ऑटोरिक्शा की हड़ताल के कारण हमें बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मेरी बेटी और मैं पिछले दो दिनों से छह किलोमीटर पैदल चल रहे हैं।’
कुछ ऑटो वाले यात्रियों से मोटी रकम वसूल रहे
ऑटो से स्कूल जाने वाले शहर भर के छात्र ऐसी ही परेशानियों का सामना कर रहे हैं। हड़ताल के कारण ट्रेन और बस यात्रियों को भी दिक्कत हो रही है। सीमित संख्या में ऑटो चल रहे हैं और यात्रियों से मोटी रकम वसूल रहे हैं।
इसलिए किया जा रहा विरोध
बता दें कि रांची में नए रूट निर्धारण को लेकर ऑटो और ई-रिक्शा चालक 27 अगस्त से हड़ताल कर रहे हैं। प्रशासन की तरफ से नया कानून लाया गया, जिसमें रांची को चार जोन में बांटा गया है। इसके अनुसार, ई-रिक्शा के लिए 113 मार्ग, जबकि ऑटो रिक्शा के लिए 17 मार्ग निर्धारित किए गए है। इसके कारण ऑटो चालकों के लिए रास्ता बहुत छोटा हो गया है। इसी का विरोध ई-रिक्शा और ऑटो चालक कर रहे हैं। साथ ही परमिट को लेकर चालकों में काफी नाराजगी है।
परमिट की संख्या नहीं बढ़ाई जा रही
प्रदेश सीएनजी ऑटो चालक संघ के अध्यक्ष दिनेश सोनी ने कहा कि ऑटो-रिक्शा और ई-रिक्शा संघों ने नए रूट चार्ट का विरोध किया है। हम चाहते हैं कि नया रूट चार्ट वापस लिया जाए। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने परमिट धारक ऑटोरिक्शा के संचालन को केवल तीन किलोमीटर तक सीमित कर दिया है। ऑटोरिक्शा रखने वाले 5,000 परमिट हैं जबकि 12,000 बिना परमिट वाले ऑटो हैं। परमिट की संख्या नहीं बढ़ाई जा रही है और अब किलोमीटर की सीमा भी कम कर दी गई है।
ट्रैफिक जाम से निपटने के लिए उठाया कदम
इस बीच, रांची यातायात विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि शहर की सड़कों पर यातायात भार को कम करने और लगातार ट्रैफिक जाम के मुद्दे से निपटने के लिए सभी पहल की गई हैं।