योगी सरकार की फ्री कोचिंग में पढ़कर 9 जिलों के 13 बच्चों ने पास की UPSC की परीक्षा

योगी सरकार की यह योजना अब एक उम्मीद की किरण बन चुकी है, जिसने साबित कर दिया कि मेहनत, सही मार्गदर्शन और ईमानदार प्रयास से कोई भी लक्ष्य दूर नहीं.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी योजना ‘मुख्यमंत्री अभ्युदय कोचिंग योजना’ ने एक बार फिर कमाल कर दिखाया है. इस योजना से पढ़ाई कर रहे 13 होनहार छात्र-छात्राओं ने देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा यूपीएससी (UPSC) सिविल सेवा परीक्षा 2024 में सफलता हासिल कर उत्तर प्रदेश का नाम रोशन किया है. इन होनहारों में लखनऊ और प्रयागराज के भी कई नाम शामिल हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी सफल अभ्यर्थियों को बधाई दी है और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है.

गरीब बच्चों को मुफ्त कोचिंग, अब मिल रही सफलता
योगी सरकार की इस योजना की शुरुआत 2021 में कोविड काल के दौरान की गई थी, ताकि आर्थिक रूप से कमजोर लेकिन मेधावी छात्र भी आईएएस, पीसीएस और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकें. राज्य के हर जिले में ये कोचिंग सेंटर खोले गए हैं, जहां अनुभवी शिक्षक बच्चों को मुफ्त गाइडेंस और तैयारी करवा रहे हैं.

यूपीएससी 2024 में ये रहे सफल चेहरे
इस साल अभ्युदय योजना से पढ़ाई कर रहे हापुड़ के शगुन कुमार ने 100वीं रैंक हासिल की है. लखनऊ की अदिति दुबे को 180वीं, दिशा द्विवेदी को 672वीं, मनीष कुमार को 748वीं और नैन्सी सिंह को 970वीं रैंक मिली है. प्रयागराज से प्रतीक मिश्रा ने 234वीं और उदित कुमार ने 668वीं रैंक पाई है. इसके अलावा आयुष जायसवाल (बरेली), सौम्या शर्मा (प्रतापगढ़), आंचल आनंद (गौतमबुद्ध नगर), अश्वनी शुक्ला (जालौन), मयंक बाजपेई (सीतापुर) और हिमांशु मोहन (अयोध्या) भी सफलता की सूची में शामिल हैं.

राज्य के 75 जिलों में चल रही 166 कोचिंग
अभ्युदय योजना के तहत यूपी के 75 जिलों में कुल 166 उच्च गुणवत्ता वाली कोचिंग चल रही हैं. समाज कल्याण विभाग इसकी निगरानी करता है. मंत्री असीम अरुण ने बताया कि योजना का उद्देश्य गरीब, दलित, पिछड़े और ग्रामीण क्षेत्रों के प्रतिभाशाली छात्रों को बड़े शहरों जैसी तैयारी और माहौल देना है. उन्होंने कहा कि फिलहाल 280 छात्र पीसीएस मेंस की तैयारी कर रहे हैं और जल्द ही इन कोचिंग सेंटरों की सुविधाएं और बढ़ाई जाएंगी.

सीएम योगी का विजन – संसाधन की कमी न रोके किसी का सपना
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रतिभा किसी की जागीर नहीं होती. उन्होंने कहा कि अभ्युदय योजना का मकसद यही है कि प्रदेश के गरीब और वंचित वर्ग का कोई भी बच्चा सिर्फ पैसों के कारण अपने सपनों को अधूरा न छोड़ दे. सीएम योगी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए यूपीएससी में चयनित सभी अभ्यर्थियों को बधाई दी और उनसे देशसेवा की भावना से काम करने की अपील की.

निदेशक कुमार प्रशांत बोले – यह सिर्फ शुरुआत है
समाज कल्याण विभाग के निदेशक कुमार प्रशांत ने इसे बेहद गर्व का क्षण बताया. उन्होंने कहा कि अगर सही मार्गदर्शन और संसाधन मिले, तो गांव का बच्चा भी आईएएस बन सकता है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की इस योजना से आने वाले वर्षों में और बड़ी संख्या में बच्चे सफलता पाएंगे.

Related Articles

Back to top button