
इधर बारिश में कमी आते ही यूपी में उमस भरी गर्मी लोगों को परेशान करने लगी है। रविवार को यूपी के 10 से ज्यादा जिलों में अधिकतम पारा 35 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि बीते कुछ दिनों से मध्य भारत की ओर विकसित अवदाब राजस्थान की ओर शिफ्ट हुआ है। 11 सितंबर से मानसूनी ट्रफ रेखा हिमालय की तलहटी होते हुए उत्तर की ओर खिसकेगी और तराई में मध्यम से भारी बारिश होगी।
पारा चढ़ना शुरू, उमस ने किया बेहाल
राजधानी में रविवार को दिन भर धूप खिली रही। हवा में माैजूद नमी और धूप की तपिश ने मिलकर उमस भरी गर्मी में इजाफा किया। तापमान में बढ़ोतरी व उमस से लोग देर शाम तक परेशान रहे।आंचलिक माैसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक लखनऊ में अगले सात दिनों तक अच्छी बारिश के आसार नहीं हैं। पूरे सप्ताह माैसम लगभग शुष्क रहने वाला है। रविवार को दिन का अधिकतम तापमान 0.8 डिग्री की बढ़त के साथ 35.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। वहीं न्यूनतम तापमान 0.8 डिग्री की गिरावट के साथ 26.6 डिग्री सेल्सियस रिकाॅर्ड हुआ।
पर बाढ़ अभी भी बनी है मुसीबत
उत्तर प्रदेश में गंगा, यमुना व अन्य नदियों का बढ़ा जलस्तर लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। अलीगढ़, बरेली, हाथरस, मथुरा व अन्य कई जिलों में पानी आबादी में घुस गया है। प्रशासन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में मदद कर रहा है।
शाहजहांपुर में दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर बरेली मोड़ ओवरब्रिज के नीचे से लेकर मौजमपुर गांव तक करीब डेढ़ किमी दूरी तक पानी करीब दो फुट और तेज बहाव से बह रहा है। इससे वाहनों के आवागमन में दिक्कत हो रही है। शाम को बहाव और तेज हो गया। इससे दो पहिया वाहन और हल्के वाहन ऑटो और टेंपो का संचालन बंद हो गया। इसकी वजह से राहगीरों को काफी परेशानी हुई। लोगों को पानी से पैदल निकलना पड़ा।