कैंसरगंज के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण ने यूपी में हो रहे एनकाउंटर पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि पैसों के लिए पुलिस यह काम कर रही है।
कैसरगंज के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने एनकाउंटर पर यूपी पुलिस की भूमिका पर संदेह जताया है। शनिवार को एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान जौनपुर में मंगेश यादव एनकाउंटर पर अपनी बात रखी। उन्होंने साफ कहा कि सरकार की गलती नहीं है, पुलिस पदोन्नति और पैसे के लिए इनकाउंटर कर रही है। उन्होंने सपा मुखिया के बयान कि ‘जाति देखकर एनकाउंटर किया जा रहा है’ को गलत बताया। बृजभूषण ने कहा कि यह सही नहीं है लेकिन पुलिस भी ठीक नहीं कर रही है।
एक अन्य सवाल पर पूर्व सांसद ने कहा कि वह पहले से बुलडोजर नीति के खिलाफ हैं और ऐसे ही किसी का घर नहीं ढहाया जाना चाहिए। बहुत दर्द है लेकिन किससे मन की बात कहें, सवालों पर कहा कि अभी यह सही मंच नहीं है कि सबकुछ कहा जाए। साफ कहा कि यूपी से ही बहुमत होता लेकिन कुछ गलती थी, जिससे सीटें भाजपा की कम हुईं। इसका अंदाजा उन्हें पहले ही हो गया था लेकिन क्या कहा जाए। शब्दों पर बात करने का समय नहीं है। उन्होंने इशारों ही इशारों में बहुत कुछ कहा भी और बहुत कुछ कहने से खुद को रोका भी।
राहुल ने भी उठाया मुद्दा
कांग्रेस के लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मंगेश यादव एनकाउंटर मामले में भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि सुल्तानपर में हुए मंगेश यादव के एनकाउंटर ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भाजपा रूल आफ लॉ पर विश्वास ही नहीं करती है। मंगेश के परिवार के आंसू पूरे देश से सवाल पूछ रहे हैं – कौन जिएगा और कौन नहीं, इसका फैसला अदालत करेगी या पुलिस?
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लिखा कि भाजपा शासित राज्यों में ‘कानून और संविधान’ की धज्जियां वही उड़ा रहे हैं, जिनपर उनका पालन कराने की ज़िम्मेदारी है। एसटीएफ जैसी प्रोफेशनल फोर्स को भाजपा सरकार में ‘आपराधिक गिरोह’ की तरह चलाया जा रहा है, जिस पर केंद्र सरकार की चुप्पी इस ‘ठोको नीति’ पर उनकी स्पष्ट सहमति है। यूपी एसटीएफ के दर्जनों एनकाउंटर सवालों के घेरे में हैं।
क्या आज तक उनमें से किसी भी अधिकारी पर कोई कार्रवाई हुई? आखिर कौन उन्हें बचा रहा है और क्यों? उन्होंने आगे लिखा कि कैमरों के आगे संविधान को माथे से लगाना सिर्फ ढोंग है, जब आपकी सरकारें ही उसकी खुलेआम धज्जियां उड़ा रही हों। उत्तरप्रदेश में हुए सभी संदिग्ध एनकाउण्टर्स की निष्पक्ष जांच कर इंसाफ किया जाना चाहिए। वर्दी पर लगी खून की छींटें साफ होनी चाहिए।