यूपी उपचुनाव: अखिलेश ने सीएम योगी पर की तल्ख टिप्पणी

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को सीएम योगी आदित्यनाथ पर टिप्प्णी की। जिस पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के साथ ही अन्य भाजपा नेताओं ने उन्हें अपने निशाने पर ले लिया।

यूपी में 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सपा व भाजपा नेताओं के बयानों में तल्खी बढ़ गई है। इस बयानबाजी में पार्टी के अन्य नेता भी शामिल हो गए हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को एक्स पर दिए गए एक बयान से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाषा से पहचानिए असली संत महंत, साधु वेष में घूमते जग में धूर्त अनंत।

इस पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पलटवार किया है। उन्होंने अखिलेश यादव से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने की अपील की है। उन्होंने एक्स पर कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव आप कांग्रेस के मोहरा और राहुल गांधी के दरबारी बनने के बाद से भाषा की मर्यादा भूल गए हैं और आपकी बयानबाजी से केवल संपूर्ण संत समाज का ही नहीं प्रदेश की 25 करोड़ जनता का भी अपमान हो रहा है। ऐसे बयान के लिए आप सार्वजनिक रूप से क्षमा मांगें। आपकी भाषा ही सपा को समाप्त वादी पार्टी बनायेगी।

अखिलेश के इस बयान के बाद भाजपा के अन्य नेता भी सपा अध्यक्ष पर हमलावर हो रहे हैं। भाजपा नेता नीरज सिंह ने अखिलेश यादव पर हमला करते हुए कहा कि समाजवाद का चोला ओढ़े, घूम रहे जयचंद। संस्कार बोल रहे हैं, कौन है संत महंत।

वहीं, भाजपा विधायक राजेश्वर सिंह ने सपा को निशाने पर लेते हुए कहा कि ‘जातिवाद’ की राजनीति लोकतंत्र के मस्तक पर सबसे बड़ा कलंक है!

भावी पीढ़ी के उज्जवल भविष्य की
राह में सबसे बड़ी बाधा है ‘जातिवाद’!

‘जातिवाद’ की राजनीति समाज में
वैमनस्यता और विभाजन के बीज बोती है!

‘जातिवाद’ की जकड़न में कराहते लोकतंत्र को देखकर हमारे महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की आत्मा व्यथित हो जाती होगी!

‘जातिवाद’ अशिक्षित नेताओं की
स्वकेंद्रित राजनीति का सबसे बड़ा हथियार है!

जातिवाद की राजनीति एक जहर है!!

इसके पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को अयोध्या के मिल्कीपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए सपा और अखिलेश यादव पर तीखे हमले किए थे। उन्होंने अखिलेश यादव को गुंडों को शरण देने वाला और भ्रष्टाचार करने वाला करार दिया था। वहीं, अखिलेश यादव ने कहा था कि मेरी और सीएम योगी की तस्वीर एक साथ रखकर देख लो पता चल जाएगा कि माफिया कौन है? कयास लगाए जा रहे हैं कि उपचुनाव की तारीखों का एलान जल्द ही किया जाएगा।

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