
अस्पताल, पैथोलॉजी लैब, डायग्नोस्टिक सेंटर के लाइसेंस के नवीनीकरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। करीब 434 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं, लेकिन 17 मानकों पर चिकित्सकीय रिकाॅर्ड अधूरे मिल रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग में 2025-26 सत्र के लाइसेंस नवीनीकरण के लिए 434 अस्पताल-लैब और क्लीनिक के आवेदन आए हैं। 30 अप्रैल तक आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। इनके चिकित्सकीय रिकाॅर्ड 17 मानकों पर परखे जा रहे हैं, अभी ये अधूरे मिल रहे हैं। प्रमाणपत्रों का सत्यापन भी कराया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग में 492 क्लीनिक, 487 अस्पताल, 150 पैथोलॉजी लैब, 103 डायग्नोस्टिक सेंटर और 85 डेंटल क्लीनिक पंजीकृत हैं। इनके अगले एक साल के लिए लाइसेंस का नवीनीकरण कराया जाएगा। इसमें आवेदन ऑनलाइन लिए जा रहे हैं।
इसमें चिकित्सकों की डिग्री, पंजीकरण संख्या, विशेषज्ञता, पैरामेडिकल स्टाफ की चिकित्सकीय डिग्री, फायर ऑडिट रिपोर्ट-एनओसी, नगर निगम, बायो मेडिकल वेस्ट निस्तारण और अग्निशमन विभाग की एनओसी, एडीए से स्वीकृत नक्शा, अस्पताल-चिकित्सक के कैमरे में सीसीटीवी कैमरे, बोर्ड पर चिकित्सकों के नाम, अस्पताल में उपलब्ध चिकित्सकीय सेवा, उनका शुल्क दर्ज करने समेत 17 मानकों पर प्रमाणपत्र भी जमा करने हैं।
इनमें से फायर-अग्निशमन एनओसी, एडीए का नक्शा, पैरामेडिकल स्टाफ की डिग्री समेत कई रिकाॅर्ड अधूरे मिले हें। सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि 30 अप्रैल के बाद आवेदन पोर्टल बंद कर दिया जाएगा। जिनके प्रमाणपत्र अधूरे मिल रहे हैं, 30 के बाद उनकी सूची बनाई जाएगी। सत्यापन भी कराएंगे। मानक पूरे नहीं मिलने पर लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं किया जाएगा।