
अब ट्रेन से लखनऊ जाने में सवा से डेढ़ घंटे नहीं बल्कि 40 से 45 मिनट ही लगेंगे। कानपुर-लखनऊ रेल मार्ग पर ट्रैक को सुधारने का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। अब इस ट्रैक पर 120 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से ट्रेनें दौड़ेंगी।
कार्य पूरा होने के बाद लखनऊ जंक्शन से स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस, चित्रकूट एक्सप्रेस, आईआरसीटीसी तेजस एक्सप्रेस समेत अन्य सुपरफास्ट ट्रेनों की गति को बढ़ाकर परीक्षण किया जा चुका है। परिचालन बेहतर मिला है। इस रूट पर जून में ही ट्रेनों की औसत रफ्तार 120 किलोमीटर प्रतिघंटा कर दी जाएगी। इसका सबसे ज्यादा फायदा दैनिक यात्रियों को होगा। रोजाना करीब 60 हजार यात्री कानपुर से लखनऊ की यात्रा करते हैं। बता दें कि दिसंबर 2024 में इस रेलखंड का अफसरों ने निरीक्षण किया था, तभी से रफ्तार बढ़ाने की तैयारी चल रही थी।
गंगा पुल से भी रफ्तार से गुजरेंगी ट्रेनें
शुक्लागंज के पुराने गंगा पुल की मरम्मत के बाद अब इस पर भी ट्रेनें रफ्तार पकड़ेंगी। अप्रैल तक इस पुल पर एच-बीम स्लीपर डालने के लिए प्रतिदिन नौ घंटे का मेगा ब्लॉक लिया गया था। मरम्मत का काम समय से पहले ही पूरा कर लिया गया था। इस पुल से अब 10 की जगह 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनें गुजारी जाएंगी।
तेज गति से चलेगी गाड़ियां
ट्रेनों की गति बढ़ाने का काम काफी समय से चल रहा है। अब कार्य पूरा होने के बाद इनकी रफ्तार बढ़ाई जाएगी। इससे यात्रियों को सहूलियत होगी। -आशुतोष सिंह, निदेशक, कानपुर सेंट्रल