बारामती से सांसद सुले ने सत्तासीन महायुति के उन आरोपों का भी जवाब दिया, जिसमें कहा गया है कि महा विकास अघाड़ी ने अपने घोषणापत्रों में सरकार की योजनाओं की नकल कर ली है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस और राकांपा ही थीं, जिन्होंने अपने शासन के दौरान किसानों को सबसे बड़ी कर्जमाफी दी थी। वह कांग्रेस और राकांपा ही थीं, जिन्होंने किसानों को उनके उत्पादन पर समर्थन मूल्य की गारंटी दी थी।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अब करीब एक हफ्ते का समय रह गया है। इस बीच सत्तासीन महायुति और विपक्षी महा विकास अघाड़ी के बीच जुबानी जंग भी तेज हो गई है। भाजपा की तरफ से हाल ही में उद्धव ठाकरे और उनकी पार्टी शिवसेना-यूबीटी को राहुल गांधी से जुड़ी एक चुनौती के मुद्दा फिलहाल राज्य की राजनीति के केंद्र में है। इसे लेकर शिवसेना-यूबीटी के नेता संजय राउत ने सोमवार को जवाब भी दिया।
पहले जानें- क्या थी भाजपा की चुनौती?
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को महाराष्ट्र में भाजपा के घोषणापत्र के लॉन्च के दौरान कहा कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे उस कांग्रेस का साथ दे रहे हैं, जिसके नेताओं ने बालासाहेब ठाकरे और हिंदुत्व की विचारधारा वाले विचारक वीर सावरकर का अपमान किया है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं उद्धव ठाकरे से पूछना चाहता हूं कि क्या वह कांग्रेस नेता राहुल गांधी से वीर सावरकर के लिए दो अच्छे शब्द कहने का अनुरोध कर सकते हैं।’’
शाह ने कहा, ‘‘क्या कांग्रेस का कोई नेता बालासाहेब ठाकरे के सम्मान में कुछ शब्द कह सकता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अच्छा होगा कि महाराष्ट्र के लोग उन लोगों को जान लें जो ऐसे विरोधाभासों के बीच गठबंधन सरकार बनाने का सपना लेकर आए हैं।’’
अब संजय राउत ने फिर जवाब में क्या कहा?
संजय राउत ने इस चुनौती का जिक्र करते हुए कहा, “आपने (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह) उनकी (बालासाहेब) की बहुत तारीफ की। लेकिन उन्होंने ही बालासाहेब की शिवसेना को धोखा दिया। आप उस बारे में बताएं। आपने बालासाहेब की शिवसेना को बेच दिया। पहले आपने उसे खरीदा, फिर उसे एकनाथ शिंदे को बेच दिया।”
राउत ने आगे कहा, “आपको बालासाहेब ठाकरे का नाम लेने का कोई अधिकार नहीं है। आपने हमारी पार्टी एकनाथ शिंदे जैसे एक व्यक्ति को बेच दी, जिनका शिवसेना बनाने में कोई हाथ भी नहीं था। आपने पार्टी उन्हें बेची ताकि हमारे विधायकों को तोड़ सकें। आपको यह झूठा प्यार दिखाने की कोई जरूरत नहीं है।”
शिवसेना-यूबीटी के राज्यसभा सांसद राउत ने विधानसभा चुनाव में सीटें जीतने के अनुमान पर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि महा विकास अघाड़ी राज्य में 160-170 सीटें जीतेगा। जो भी सर्वे आ रहे हैं, उन पर भरोसा न करें। एक ऐसा ही सर्वे लोकसभा चुनाव के दौरान आया था, जिसमें पीएम मोदी को 400 पार दिखाया गया था।
सुप्रिया सुले ने भी साधा भाजपा-उसके साथियों पर निशाना
दूसरी तरफ शरद पवार की बेटी और राकांपा (एसपी) की नेता सुप्रिया सुले ने भाजपा और उसकी साथी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा है कि यह सभी दल भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि वे महाराष्ट्र की प्रेरणाओं के प्रति असम्मान दिखा रहे हैं और गलत इतिहास का प्रचार करने की कोशिश कर रहे हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए 20 नवंबर को होने वाले मतदान से पहले पत्रकारों से बातचीत के दौरान सुले ने कहा कि आज भाजपा और उसके साथियों के पास विपक्ष के खिलाफ बोलने के लिए कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा, “पिछले चुनाव में भ्रष्टाचार जैसे मुद्दे उठाए गए थे। आज वह कुछ नहीं कर रहे, क्योंकि वे खुद भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। भाजपा और उसके साथियों के पास हमारे खिलाफ बोलने के लिए कुछ है ही नहीं।”
बारामती से सांसद सुले ने सत्तासीन महायुति के उन आरोपों का भी जवाब दिया, जिसमें कहा गया है कि महा विकास अघाड़ी ने अपने घोषणापत्रों में सरकार की योजनाओं की नकल कर ली है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस और राकांपा ही थीं, जिन्होंने अपने शासन के दौरान किसानों को सबसे बड़ी कर्जमाफी दी थी। वह कांग्रेस और राकांपा ही थीं, जिन्होंने किसानों को उनके उत्पादन पर समर्थन मूल्य की गारंटी दी थी।