महाराष्ट्र की शिंदे सरकार आज आधिकारिक रूप से ‘मुख्यमंत्री मांझी लड़की बहिन योजना’ शुरू करने जा रही है। इस योजना के तहत राज्य की एक करोड़ से ज्यादा महिलाओं को काफी लाभ होने वाला है। शिंदे सरकार ये योजना मध्यप्रदेश की ‘लाडली बहना योजना’ की तर्ज पर लाई है।
सीएम ने योजना को रक्षा बंधन से जोड़ा
सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि इस योजना का रक्षा बंधन त्योहार से जुड़ाव है। उन्होंने कहा कि इस योजना से राज्य की बहनों के हितों की रक्षा होगी। शिंदे ने यह भी भरोसा दिलाया कि यह योजना अस्थायी नहीं होगी और हमेशा चलती रहेगी।
किसे मिलेगा योजना का लाभ?
ये योजना केवल महाराष्ट्र की महिलाओं के लिए है। योजना का लाभ लेने के लिए महाराष्ट्र की स्थाई निवासी होना जरूरी है। इस योजना के पात्र 21 से 65 वर्ष की महिला होगी। आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए लाई गई ये योजना केवल उन परिवारों के लिए है, जिनकी आय 2.5 लाख रुपये प्रति वर्ष है।
कैसे करें रजिस्ट्रेशन?
योजना में रजिस्ट्रेशन कराने के लिए शिंदे सरकार ने नारी शक्ति धूत नाम से एक एप जारी किया है, जिससे महिलाएं ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं। जो महिलाएं ऑनलाइन आवेदन नहीं कर सकती हैं, वो स्थानीय प्रशासन अधिकारियों की मदद से ऐसा कर सकती हैं।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और ग्राम सेवकों को इसका काम सौंपा गया है।
क्या मिलेगा लाभ?
योजना के तहत पात्र महिला को प्रति माह 1500 रुपये मिलेंगे। ये योजना आज यानी 17 अगस्त को शुरू हो रही है, लेकिन इसका शुरुआती महीना जुलाई माना जाता है। दरअसल, योजना के शुरुआती परीक्षण के तौर पर 30 लाख महिलाओं को उनके बैंक खाते में 3000 रुपये दिए गए।
इस योजना से सरकार के खजाने पर सालाना 46000 करोड़ का खर्च का अनुमान है।