उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के एक विधायक ने भी डाले गए वोट और गिने गए वोटों में मेल न होने की बात कही। उन्होंने कहा कि लगभग सभी उम्मीदवारों ने ईवीएम को लेकर शंका जाहिर की है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) को जबरदस्त हार मिली है। हालांकि, विपक्षी गठबंधन सीटों की इतनी कम संख्या और चुनाव में हार की बात मानने को तैयार नहीं है। इसके चलते अब एमवीए के हारे हुए उम्मीदवार अपने-अपने क्षेत्रों में ईवीएम और वीवीपैट यूनिट से वोटों का मिलान कराएंगे।
महा विकास अघाड़ी के एक नेता ने विपक्षी गठबंधन के हारे हुए उम्मीदवारों के इस कदम को लेकर जानकारी दी है। इससे पहले शिवसेना-यूबीटी के कई हारे हुए उम्मीदवारों ने पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ बैठक के दौरान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के काम करने के तरीके पर सवाल उठाए थे। ठाकरे ने अपने आवास में हुई बैठक में पार्टी के खराब प्रदर्शन को लेकर मंथन किया।
बता दें कि महाराष्ट्र में चुनावी नतीजों में महायुति को जबरदस्त जीत हासिल हुई। राज्य की 288 सीटों वाली विधानसभा में महायुति को 230 सीटें मिलीं, जबकि विपक्षी महा विकास अघाड़ी सिर्फ 46 सीटें ही हासिल कर पाई। एमवीए में शिवसेना-यूबीटी 20 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी, जबकि कांग्रेस को सिर्फ 16 सीटों पर जीत मिली। वहीं, राकांपा (एसपी) को महज 10 सीट पर ही जीत हासिल हुई।
मुंबई की चांदीवली सीट से चुनाव हारने वाले कांग्रेस के नेता आरिफ नसीम खान ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर ठाकरे से बात की। उन्होंने बताया कि उन्हें कार्यकर्ताओं से शिकायत मिली है कि ईवीएम से छेड़छाड़ की आशंका काफी ज्यादा है। कई लोगों ने नतीजों पर शंका जाहिर की है। एक लोकतंत्र में इन शिकायतों का सत्यापन जरूरी है और इसलिए मैं और कई लोग (जिन्हें हार मिली है) वह ईवीएम-वीवीपैट में वोटों का सत्यापन कराएंगे।
दूसरी तरफ उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के एक विधायक ने भी डाले गए वोट और गिने गए वोटों में मेल न होने की बात कही। उन्होंने कहा कि लगभग सभी उम्मीदवारों ने ईवीएम को लेकर शंका जाहिर की है।