महाकुंभ क्षेत्र में राम मंदिर आंदोलन पर सेमिनार, जस्टिस शेखर यादव का भी होगा संबोधन

महाकुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर 6 में बने नेत्र कुंभ शिविर में 22 जनवरी को राम मंदिर आंदोलन और गोरक्षपीठ विषय पर एक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन होगा. जिसमें जस्टिस शेखर यादव भी शामिल होंगे. महाकुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर छह में स्थित नेत्र कुंभ शिविर में 22 जनवरी को “राम मंदिर आंदोलन और गोरक्षपीठ” विषय पर एक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है. जिसके मुख्य वक्ताओं में इलाहाबाद हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति शेखर यादव शामिल होंगे. इस आयोजन में राम मंदिर आंदोलन से जुड़े संघर्ष और उस संघर्ष में अपनी भूमिका निभाने वाले राम भक्तों के बारे में बताया जाएगा. 

कार्यक्रम संयोजक शशि प्रकाश सिंह के मुताबिक, ब्लॉसम इंडिया फाउंडेशन और भारत विकास परिषद की ओर से आयोजित इस संगोष्ठी में विश्व हिंदू परिषद के संरक्षक बड़े दिनेश जी, आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक अशोक बेरी और इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति शेखर यादव मुख्य वक्ता हैं। कार्यक्रम को कुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर 6 में बने नेत्र कुंभ शिविर में आयोजित किया जाएगा. 

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर संगोष्ठी का आयोजन
कार्यक्रम संयोजन शशि प्रकाश सिंह ने बताया कि अयोध्या में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ के अवसर पर इस संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति शेखर यादव, न्यायालय परिसर में विश्व हिंदू परिषद के विधि प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में मुस्लिम धर्म पर टिप्पणी को लेकर सुर्खियों में आ गए थे। जिसके बाद उन्हें उच्चतम न्यायालय ने तलब किया था।

नेत्र कुंभ शिविर में मुख्य वक्ता बनकर आने वाले इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति शेखर यादव अभी कुछ दिनों पहले विवादों में घिर गए थे, जब उन्होंने विश्व हिंदू परिषद के एक कार्यक्रम में धर्म विशेष पर टिप्पणी कर दी थी. मुस्लिम समुदाय को संबोधित करते हुए उन्होंने ‘कठमुल्ला’ शब्द का प्रयोग किया था. उनकी इस टिप्पणी पर उन्हें काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था. 

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