मस्क और ट्रंप के बीच नया वॉर शुरू; क्या है ‘एपस्टीन फाइल’ जिसपर छिड़ा विवाद?

दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति और टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को लेकर नया बम फोड़ा है, जिसके बाद दोनों के बीच की दुश्मनी अब और गहरी दिखने लगी है।

अमेरिका के पूर्व सरकारी दक्षता प्रमुख (DOGE) एलन मस्क ने ट्रंप को लेकर सनसनीखेज दावा किया है और उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि ट्रंप का नाम एपस्टीन से जुड़ी गोपनीय फाइलों में मौजूद है और इस वजह से फाइलें सार्वजनिक नहीं की जा रही है।

एलन मस्क का पोस्ट

मस्क ने लिखा, “अब समय आ गया है एक बड़ा बम फोड़ने का, एक बड़ा खुलासा करने का…डोनाल्ड ट्रंप एपस्टीन फाइलों में शामिल हैं। यही वजह है कि ये फाइल अभी तक सामने नहीं आई है। इस बात को याद रखिए, भविष्य में सच्चाई खुद सामने आ जाएगी।”

कौन हैं जेफरी एपस्टीन?

दरअसल, एपस्टीन फाइल एक अमीर कारोबारी से जुड़ा है, जिस पर 2019 में यौन तस्करी और नाबालिग लड़कियों के साथ यौन शोषण के गंभीर आरोप लगे थे। एपस्टीन के मामले की परतें उस वक्त खुली जब वर्जीनिया गिफ्रे नाम की महिला ने सामने आकर कई खुलासे किए।

गिफ्रे ने खुलासा करते हुए बताया था कि एपस्टीन और उसकी सहयोगी घिसलीन मैक्सवेल ने उन्हें साल 1999 से लेकर 2002 के बीच कई लोगों के पास भेजा था। इन नामों में ब्रिटेन के प्रिंस और मॉडलिंग एजेंट जीन-ल्यूक ब्रनेल शामिल थे। गिफ्रे का हाल ही में निधान हो गया।

2019 में गिरफ्तार हुआ था एपस्टीन

2019 में एपस्टीन को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन जेल में ही उसकी मौत हो गई थी। एपस्टीन की मौत को आधिकारिक तौर पर आत्महत्या बताया गया था। उस पर यह भी आरोप था कि उसने 2002 से लेकर 2005 के बीच न्यूयॉर्क और फ्लोरिडा स्थित अपने घरों में कई नाबालिग लड़कियों का यौन शोषण किया था।

कुछ फाइलें की गई सार्वजनिक

इसी साल एपस्टीन विवाद से जुड़ी कुछ फाइलों को सार्वजनिक किया गया है, जिनमें कई अहम जानकारी और उसके हाई-प्रोफाइल संपर्कों के बारे में पता चला।

जेफरी एपस्टीन को ट्रंप का करीबी दोस्त भी माना जाता है। हालांकि, सार्वजनिक की गई फाइलों में ट्रंप का नाम नहीं था। हालांकि, ट्रंप और एपस्टीन के कथित संबंधों को लेकर लंबे समय से जांच होती रही है।

मस्क और ट्रंप के बीच बयानबाजी

एलन मस्क ने हाल ही में राष्ट्रपति ट्रंप के वरिष्ठ सलाहकार पद से इस्तीफा दिया है। इसके साथ ही DOGE में उनकी विशेष सरकारी कर्मचारी की भूमिका भी समाप्त हो गई है। बताया जा रहा है कि टैक्स बिल को लेकर दोनों के बीच विवाद बढ़ा है।इसी विवाद की वजह से मस्क ने पद छोड़ने का फैसला लिया है। जब से मस्क ने पद छोड़ा है, तभी से दोनों के बीच बयानबाजी का दौर जारी है और अब मामला खुलकर सामने आ गया है।

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