
मध्यप्रदेश के उज्जैन, बुधनी, देवास, शाहगंज, जबलपुर और ग्वालियर को भी सम्मानित किया गया है। 50 हजार से 3 लाख तक की आबादी वाले शहरों में देवास देश में पहले नंबर पर है। इससे पहले इस कैटेगरी में जबलपुर 13 वीं रैंक पर था। जबलपुर नगर निगम को स्वच्छता सर्वे-2024 में देश में 5वीं रैंकिंग मिली है।
राजधानी दिल्ली में गुरुवार को घोषित हुए स्वच्छ सर्वेक्षण-2024 के नतीजों में इंदौर ने एक बार फिर देशभर में पहला स्थान हासिल किया है। यह लगातार आठवीं बार है, जब इंदौर को देश का सबसे स्वच्छ शहर चुना गया है। इस बार इंदौर को सुपर लीग की श्रेणी में भी शामिल किया गया था। इसमें देश के उन 23 शहरों को जगह दी गई है जो अब तक के सर्वे में पहले, दूसरे या तीसरे स्थान पर रह चुके हैं।
इसके साथ ही मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल को स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में देश का दूसरा सबसे साफ शहर और सबसे साफ राजधानी घोषित किया गया है। भोपाल को 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की कैटेगरी में दूसरा स्थान हासिल मिला है, जबकि 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों में पहले नंबर पर अहमदाबाद रहा है। भोपाल की महापौर मालती राय ने कहा, भोपाल ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इसलिए शहर में जश्न भी बड़े स्तर पर मनाया जाएगा। स्वच्छता मित्रों और नागरिकों के साथ मिलकर लड्डू बांटे जाएंगे और सम्मान का जश्न मनाया जाएगा।
मध्यप्रदेश के उज्जैन, बुधनी, देवास, शाहगंज, जबलपुर और ग्वालियर को भी सम्मानित किया गया है। 50 हजार से 3 लाख तक की आबादी वाले शहरों में देवास देश में पहले नंबर पर है। इससे पहले इस कैटेगरी में जबलपुर 13 वीं रैंक पर था। जबलपुर नगर निगम को स्वच्छता सर्वे-2024 में देश में 5वीं रैंकिंग मिली है। यह पहली बार है, जब जबलपुर की इस रैंक पर पहुंचा है।
सबसे सुपर स्वच्छ शहर लीग की श्रेणी में 3 से 10 लाख जनसंख्या वाले शहरों में उज्जैन को अवॉर्ड मिला है। निगमायुक्त आशीष पाठक ने कहा कि, इस बार हमने स्वच्छता मिशन के मानकों के अनुसार एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) को बेहतर ढंग से अपनाया। यही कारण है कि उज्जैन को यह सम्मान मिला है। वहीं, पांचवीं श्रेणी में 20 हजार से कम जनसंख्या वाले शहर में बुधनी को अवॉर्ड मिला।