गुरुवार रात को भारतीय तटरक्षक बल की डीआईजी सत्य रंजन दास अपनी पत्नी के साथ कार से वापस घर आ रहे थे। आरोप है कि एक ट्रैफिक पोस्ट के पास इंतजार कर रहे दो युवकों ने उनकी कार को रोका और अभद्रता करने लगे।
भुवनेश्वर में अब भारतीय तटरक्षक बल के अधिकारी और उनकी पत्नी के साथ कलिंग स्टेडियम के पास रोडरेज की घटना हुई है। अधिकारी की शिकायत पर पुलिस ने दो युवकों को हिरासत में लिया है। पुलिस कमिश्नर एसडी सिंह ने बताया कि दोनों युवकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। मामले की जांच चल रही है।
गुरुवार रात को भारतीय तटरक्षक बल की डीआईजी सत्य रंजन दास अपनी पत्नी के साथ कार से वापस घर आ रहे थे। आरोप है कि एक ट्रैफिक पोस्ट के पास इंतजार कर रहे दो युवकों ने उनकी कार को रोका और अभद्रता करने लगे। इसके बाद जब दंपती यू टर्न लेने लगे तो युवकों ने फिर से दुर्व्यवहार किया। बताया जाता है कि एक युवक ने तो उनकी कार का गेट खोलने की भी कोशिश की। जानकारी पर ट्रैफिक पुलिस ने युवकों को हिरासत में लिया।
इसके साथ ही डीआईजी ने नायापल्ली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि मैनें युवकों से कार को रास्ता देने के लिए कहा, लेकिन वे दोनों अभद्रता करने लगे। एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते मैनें शिकायत दर्ज कराना जरूरी समझा। उन्होंने कहा पुलिस मामले में कार्रवाई करेगी।
सैन्य अधिकारी और उसकी मंगेतर से भी की गई थी अभद्रता
इससे पहले 15 सितंबर को पश्चिम बंगाल में तैनात एक सैन्य अधिकारी और उसकी मंगेतर ने भरतपुर पुलिस थाने में रोड रेज की शिकायत दर्ज कराई थी। उन्हें कुछ स्थानीय युवकों ने कथित तौर पर उन्हें परेशान किया था। हालांकि, दोनों और कुछ पुलिसकर्मियों के बीच कहासुनी हो गई, जिसके बाद अधिकारी और उसकी मंगेतर को थाने में कथित तौर पर प्रताड़ना झेलनी पड़ी।
राज्य सरकार ने भरतपुर थाने के पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। उनके खिलाफ सेना अधिकारी को प्रताड़ित करने और उनकी मंगेतर का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। राज्य सरकार ने यह भी कहा कि 15 सितंबर की रात को सड़क पर सेना अधिकारी और उनकी मंगेतर के साथ दुर्व्यवहार करने वाले युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन्हें अदालत में पेश किया गया है।