
राजस्थान में अगले कुछ दिनों के लिए बारिश का दौर धीमा पड़ा है। मौसम खुलने के साथ अब धूप भी निकलने लगी है। मौसम विभाग के विशेषज्ञों का कहना है कि मानसून की टर्फ लाइन अभी जालंधर, चंडीगढ़, शाहजहांपुर व लखनऊ से होकर गुजर रही हे। इस कारण से अगले कुछ दिनों तक राजस्थान में भारी वर्षा से राहत रहेगी। जयपुर मौसम केंद्र ने आज राज्य के 5 जिलों में बारिश की संभावना जताई है। इसके लिए यलो श्रेणी का अलर्ट जारी किया है। शेष राजस्थान में मौसम सामान्य रहने का अनुमान है।
बीते 24 घंटों के दौरान पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में बारिश हुई, इनमें भरतपुर के रुदावल में 63MM, वैर में 50, बयाना में 51, उच्चैन में 47, उदयपुर के झाड़ोल में 13, कोटड़ा में 8, करौली के टोडाभीम में 6, नादौती में 4, धौलपुर के राजाखेड़ा में 15MM बरसात दर्ज हुई। वहीं राजधानी जयपुर में रविवार को मौसम साफ रहा और कुछ धूप से भी लोगों को राहत मिली। झालावाड़ में जिला कलेक्टर ने स्कूलों की छुटि्टयां 6 अगस्त तक बढ़ा दी हैं।
इधर टोंक में बनेठा क्षेत्र के मंडावर गांव के पास से गुजर रही बनास नदी में रविवार सुबह 10 और 11 साल के लड़के-लड़की ट्यूब की मदद से किनारे पर नहा रहे थे। नहाते समय बच्चे गहरे पानी में चले गए और बहाव में बहने लगे तो बचाने के लिए चिल्लाए। इनकी आवाज सुनकर वहीं से नहाकर घर लौट रहे बालूराम कीर (65 ) ने दौड़कर नदी में छलांग लगाई और दोनों बच्चों बचाकर किनारे की ओर कर दिया लेकिन खुद पानी में बह गया। सूचना मिलने पर लोग वहां पहुंचे। टोंक से एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और बुजुर्ग की तलाश शुरू की।
प्रदेश के बांधों की स्थिति की बात करें तो टोंक के बीसलपुर बांध से पानी निकासी का सिलसिला जारी है। बांध प्रशासन ने रविवार सुबह गेट नंबर 11 को बंद कर दिया है। फिलहाल गेट नंबर 9 और 10 को एक-एक मीटर खोलकर बनास नदी में पानी छोड़ा जा रहा है। वहीं कोटा के राणा प्रताप सागर, कोटा बैराज, दौसा का मौरेल, टोंक का टोडी सागर और गालवा तथा जयपुर का छापरवाड़ा बांध भी पूरी तरह भर चुके हैं। इसके अलावा छोटे और मध्यम श्रेणी के 265 बांध लबालब हो चुके हैं।