
मुख्यमंत्री भजनलाल ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ट्वीट करने में विशवास रखते हैं और हम काम करने में विश्वास रखते हैं. यह लोग 5 साल होटलों में सोते रहे और पेपर लीक होते रहे. राजस्थान के सीएम भजन लाल शर्मा गुरुवार (27 मार्च) को राजस्थान स्थापना दिवस के तहत होने वाले अंत्योदय कल्याण समारोह में शामिल होने के लिए एक दिवसीय दौरे पर भरतपुर पहुंचे. भरतपुर की पुलिस परेड ग्राउंड में हए अंत्योदय कल्याण समारोह आयोजित किया गया जिसमें मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कई कल्याणकारी योजनाओं का शुभारंभ किया.
सीएम भजनलाल शर्मा ने 92 हजार 192 निर्माण श्रमिकों को 100 करोड़ की राशि हस्तांतरित की, इसके अलावा मुख्यमंत्री ने प्रदेशभर में सरकारी योजनाओं के लाभार्थीयों से वर्चुअल जुड़कर संवाद किया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. सीएम ने कहा, “कांग्रेस जब भी आती थी जवाहर लाल नेहरू से लेकर इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, मनमोहन सिंह जो भी लोग आये हैं, उन्होंने गरीबी हटाओं का नारा दिया है लेकिन, इनका कभी गरीबी से वास्ता नहीं रहा.”
र्व सीएम पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री भजनलाल ने कहा, “पूर्व मुख्यमंत्री ट्वीट करने में विशवास रखते हैं और हम काम करने में विश्वास रखते हैं. यह लोग 5 साल होटलों में सोते रहे और पेपर लीक होते रहे.”
कई योजनाओं का किया शुभारंभ
वहीं कार्यक्रम को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा, “आज एक ऐतिहासिक कार्यक्रम भरतपुर से शुरू हुआ है. जिस कल्पना को लेकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय, डॉ भीम राव अंबेडकर जिस विचार को लेकर चले थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज हम उस विचार को पूरा करने का काम कर रहे हैं. अंत्योदय कल्याण योजना हमारी सबसे प्राथमिक योजना है. आज कई योजनाओं का शुभारंभ भरतपुर से हुआ है. भरतपुर ब्रज की भूमि है अगर यहां से विचार जाएगा तो, पूरे देश के अंदर जाएगा.”सीएम ने आगे कहा, “गरीब परिवारों में बेटी के जन्म पर दी जाने वाली राशि 1 लाख से 1 लाख 50 हजार कर दी है. यह योजना लाडो प्रोत्साहन योजना के माध्यम से चल रही है. लखपति दीदी योजना के माध्यम से स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने का काम सरकार कर रही है.”
महिलाओं को बना रहे आत्मनिर्भर’
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने ये भी कहा, “राजीविका से जुड़ी महिलाओं को ढाई प्रतिशत पर ऋण देने का काम किया था. इस बजट में ढाई प्रतिशत ऋण को डेढ़ प्रतिशत कर दिया गया है. जिससे वह आत्मनिर्भर बन सके और अपना काम कर सकें. हमनें प्रधानमंत्री मातृ योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को दी जाने वाली पांच हजार की राशि को बढ़कर 6 हजार 500 रुपये करने का काम किया है. श्रमिक और स्ट्रीट वेंडरों को वृद्धा अवस्था के लिए विश्वकर्मा पेंशन योजना शुरू की है.”