ब्राजील के बॉडीबिल्डर का 19 साल की उम्र में हुआ निधन

मोटापे से उबरने के लिए खेल शुरू करने के बाद मैथ्यूस पावलक ने सिर्फ पांच साल में ही अपने शरीर को बदल लिया था। वह नियमित रूप से प्रतिस्पर्धा करते थे और बॉडीबिल्डिंग समुदाय में एक उभरते हुए सितारा थे।

ब्राजील से एक दुखद खबर सामने आई है। यहां 19 साल के बॉडीबिल्डर का निधन हो गया। उनका शव रविवार दोपहर उनके घर में मिला। मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा कि दिल का दौरा पड़ने से मौत हुई है।

पांच साल में बदल लिया था पूरा शरीर
मोटापे से उबरने के लिए खेल शुरू करने के बाद मैथ्यूस पावलक ने सिर्फ पांच साल में ही अपने शरीर को बदल लिया था। वह नियमित रूप से प्रतिस्पर्धा करते थे और बॉडीबिल्डिंग समुदाय में एक उभरते हुए सितारे थे, खासकर दक्षिणी ब्राजील के सांता कैटरीना राज्य में, जहां वे रहते थे।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने हाल ही में क्षेत्रीय प्रतियोगिताओं में चौथा और छठा स्थान हासिल किया था। इसके अलावा, उन्होंने पिछले साल U23 प्रतियोगिता जीती थी, जिससे अपने गृहनगर में मिस्टर ब्लूमेनौ के नाम से फेमस हो गए।

एनाबॉलिक एस्टेरॉयड पर उठे सवाल
पावलक की अचानक मौत से एनाबॉलिक एस्टेरॉयड पर सवाल उठने लगे हैं। सोशल मीडिया पर आलोचकों का कहना है कि स्टेरॉयड्स के इस्तेमाल की वजह से कम उम्र में दिल का दौरा पड़ने की खबरे आना आम हो गया है। इसी की वजह से हो सकता है कि पावलक की मौत हुई हो। वहीं कुछ लोग बचाव में उतर आए हैं। एक यूजर ने कहा, ‘ऐसे इंसान कैसे मौजूद हो सकते हैं जो एक लड़के पर सवाल उठा रहे हैं, जबकि वह खुद का बचाव करने के लिए नहीं आ सकता है।

पावलक ने अपने बॉडी ट्रांसफॉर्मेशन की तस्वीरें सोशल मीडिया मंच पर साझा की थीं। उन्होंने कहा था, ‘कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपका सपना कितना मुश्किल है। अगर आप वास्तव में इसे चाहते हैं, तो आप वहां पहुंचेंगे। मैंने किया।’

पूर्व ट्रेनर ने जताया दुख
पावलक के पूर्व ट्रेनर लूकस चेगट्टी ने बॉडीबिल्डर के निधन पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया मंच इंस्टाग्राम पर कहा कि आज का दिन बहुत ही दुख भरा है। एक अच्छा मित्र और शानदार शख्स के खोने के साथ ही यह दिन समाप्त हो रहा है। पावलक हमें बहुत जल्दी छोड़कर चले गए। इस घटना ने हमें चौंका दिया है। एक एथलीट के रूप में काफी अच्छा भविष्य था। भगवान जो करता है उसे समझना थोड़ा मुश्किल है। मेरे पास दुख को व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं हैं।’

चेगट्टी ने आगे कहा, ‘मैं मैथ्यूस का पहला कोच था और मुझे इस बात पर बहुत गर्व है कि मुझे उसे एक बेटे की तरह पालने का मौका मिला। मैंने उससे वादा किया था कि एक दिन वह मुझे हरा देगा और वैसा ही हुआ। पहली बार जब हमने एक-दूसरे के खिलाफ प्रतिस्पर्धा की तो वह जीत गया था।’ बता दें, ट्रेनर की मुलाकात 2022 में पावलक से हुई थी।

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