बिहार में मूसलाधार बारिश का अलर्ट

उत्तरी बंगाल की खाड़ी में बने निम्न-दाब क्षेत्र की वजह से बिहार, झारखंड और ओडिशा के कई जिलों में लगातार बारिश हो रही है। पिछले चार दिनों से प्रदेश का मौसम पूरी तरह बदल चुका है — कहीं रुक-रुक कर बारिश, तो कहीं घने बादल और ठंडी हवाएं चल रही हैं।
आईएमडी (भारत मौसम विज्ञान विभाग) के अनुसार, चक्रवात ‘Mocha’ के अवशेष अभी भी प्रभाव दिखा रहे हैं, जिससे बिहार और गंगीय पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी जारी है।

इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने बताया कि पटना, दरभंगा, पूर्णिया, किशनगंज, मुजफ्फरपुर सहित कई जिलों में शनिवार को हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई।
तापमान में 2 से 6 डिग्री तक की गिरावट आई है। हालांकि रविवार से बारिश में कमी आने की उम्मीद है, लेकिन आसमान में बादल और ठंडी हवाएं जारी रहेंगी।

धान की फसल पर बारिश की मार, किसान परेशान
नवंबर का पहला हफ्ता कटाई का समय होता है, लेकिन इस बार बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। पूर्णिया, गोपालगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर और चंपारण जिलों में धान की कटी फसल सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है। किसान खलिहानों और खेतों से पानी निकालने में जुटे हैं।

(कृषि विभाग) ने फसल क्षति का आकलन शुरू कर दिया है और सोमवार तक सभी जिलों से रिपोर्ट मांगी गई है। अगर नुकसान 33% से अधिक पाया जाता है तो (फसल मुआवजा) दिया जाएगा।

ठंडी हवाओं से बढ़ी सर्दी, घटी बिजली की खपत
लगातार रुक-रुक कर हुई बारिश से (गुलाबी ठंड) का एहसास बढ़ गया है। पटना का अधिकतम तापमान 23.8°C और न्यूनतम 22.1°C दर्ज हुआ। मौसम विभाग के मुताबिक अगले सप्ताह तक सुबह और शाम में ठंड और बढ़ेगी। वहीं Electricity Load में बड़ी गिरावट आई है। जून में जहां पटना का लोड 885 मेगावाट था, वहीं अब यह घटकर 399 मेगावाट रह गया है। कारण — एसी और कूलर के इस्तेमाल में भारी कमी।

IMD के अनुसार, नवंबर में देश के ज्यादातर हिस्सों में दिन का तापमान सामान्य से कम रहेगा, लेकिन रातें अपेक्षाकृत गर्म हो सकती हैं। La Niña की स्थिति December 2025 से February 2026 तक जारी रह सकती है। इससे सर्दी के पैटर्न में बदलाव आएगा — “दिन में हल्की धूप, रातें गर्म” वाला मौसम देखने को मिलेगा।

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