बिहार: गंगा और महानंदा नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण स्कूल पर मंडराया खतरा

जिलाधिकारी मनेष कुमार मीणा की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में शिक्षा विभाग को सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। जिलाधिकारी ने स्पष्ट रूप से कहा कि न सिर्फ झब्बू टोला, बल्कि जिले के उन सभी विद्यालयों को जो बाढ़ या कटाव के खतरे में हैं।

कटिहार जिले के अमदाबाद प्रखंड स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय झब्बू टोला पर गंगा और महानंदा नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण खतरा गहरा गया है। यह विद्यालय पहले से ही कटाव और बाढ़ की चपेट में है। दो वर्ष पूर्व स्कूल का एक हिस्सा गंगा में समा गया था, इसके बावजूद विद्यालय में अब तक 565 से अधिक छात्र-छात्राएं नियमित रूप से पढ़ाई कर रहे थे।

स्थानीय लोगों और अभिभावकों ने कई बार प्रशासन को चेताया था कि विद्यालय पर खतरा मंडरा रहा है और किसी भी समय अनहोनी हो सकती है। लेकिन शिक्षा विभाग की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। अब जब गंगा और महानंदा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और स्थिति गंभीर होती जा रही है, तब जाकर प्रशासन सक्रिय हुआ है।

जिलाधिकारी मनेष कुमार मीणा की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में शिक्षा विभाग को सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। जिलाधिकारी ने स्पष्ट रूप से कहा कि न सिर्फ झब्बू टोला, बल्कि जिले के उन सभी विद्यालयों को जो बाढ़ या कटाव के खतरे में हैं, तुरंत किसी सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया जाए या निकटवर्ती विद्यालयों में विलय कर दिया जाए।

उक्त विद्यालय कटिहार के पार दियारा पंचायत क्षेत्र में स्थित है और एक बार फिर खतरे को लेकर चर्चा में आ गया है। स्थानीय लोगों का सवाल है कि जब विद्यालय पर पहले से ही खतरा था, तो कार्रवाई में इतनी देर क्यों हुई? प्रशासनिक फैसले से जहां अभिभावकों ने थोड़ी राहत की सांस ली है, वहीं यह भी स्पष्ट हो गया है कि भविष्य में ऐसी लापरवाही गंभीर परिणाम ला सकती है।

Related Articles

Back to top button