
राजस्थान: पचपदरा-बागुंडी राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण कार्य में धीमी गति और गुणवत्ता में हो रही लापरवाही को लेकर प्रदेश की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को तगड़ी डांट लगाई। उपमुख्यमंत्री यहां औचक निरीक्षण के लिए पहुंची थीं।
उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने मंगलवार को पचपदरा-बागुंडी राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-25) खंड का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने निर्माण कार्य की धीमी गति और गुणवत्ता में हो रही लापरवाही को लेकर गहरी नाराजगी जताई। उपमुख्यमंत्री ने मौके पर मौजूद ठेकेदार, सुपरिटेंडेंट इंजीनियर (SE) और कार्यकारी अभियंता को फटकार लगाते हुए निर्देश दिया कि जल्द से जल्द काम में तेजी लाई जाए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी करने के सख्त आदेश भी दिए।
गौरतलब है कि पचपदरा-बागुंडी राष्ट्रीय राजमार्ग की कुल लंबाई 22 किलोमीटर है और इसका निर्माण कार्य वर्ष 2022 में शुरू हुआ था। इस परियोजना को दिसंबर 2024 तक पूरा होना था लेकिन अब तक मात्र 60 प्रतिशत काम ही पूरा हो सका है। निर्माण कार्य की सुस्त गति को देखते हुए उप मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को फटकार लगाई और कहा कि इस तरह की लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उप मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह राजमार्ग क्षेत्र के विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण है और इसके निर्माण में अनावश्यक देरी जनता के हितों के खिलाफ है। उन्होंने अधिकारियों को निर्धारित समय-सीमा में काम पूरा करने का निर्देश दिया और साथ ही गुणवत्ता से कोई समझौता न करने की चेतावनी दी।
उन्होंने कहा कि जनता को बेहतर सड़क सुविधाएं देना सरकार की प्राथमिकता है। निर्माण कार्य में देरी और घटिया गुणवत्ता किसी भी हाल में स्वीकार्य नहीं है। अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि कार्य तय समय सीमा में पूरा हो और निर्माण सामग्री की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए।
सूत्रों के अनुसार इस परियोजना से जुड़े ठेकेदार को पहले भी कई बार चेतावनी दी जा चुकी है, लेकिन फिर भी कार्य की प्रगति में सुधार नहीं हुआ। इसको देखते हुए दीया कुमारी ने सख्त रुख अपनाया और कहा कि यदि निर्माण कार्य में और देरी हुई या गुणवत्ता में कमी पाई गई तो संबंधित ठेकेदार और अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण के दौरान दीया कुमारी ने यह भी सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया कि जल्दबाजी में गुणवत्ता से समझौता न किया जाए। उन्होंने कहा कि हर स्तर पर नियमित निगरानी होनी चाहिए और कार्य की समय-समय पर समीक्षा की जानी चाहिए।
उपमुख्यमंत्री के औचक निरीक्षण और कड़े निर्देशों के बाद अब इस परियोजना में तेजी आने की उम्मीद है। प्रशासन और संबंधित विभागों को अब और अधिक सक्रियता के साथ काम करने की आवश्यकता होगी ताकि इस महत्वपूर्ण राजमार्ग का निर्माण जल्द से जल्द पूरा हो सके।
अगर यह सड़क समय पर बनकर तैयार होती है तो पचपदरा से बागुंडी के बीच यातायात सुगम होगा और क्षेत्र में विकास को बढ़ावा मिलेगा। इससे न सिर्फ स्थानीय लोगों को लाभ होगा, बल्कि व्यापार और परिवहन के लिए भी यह मार्ग अत्यधिक उपयोगी साबित होगा। उप मुख्यमंत्री के इस निरीक्षण से साफ है कि सरकार विकास कार्यों को लेकर गंभीर है और किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।