बाढ़ से दिल्ली का हाल बेहाल: सचिवालय, रिंगरोड, सिविल लाइंस सहित इन इलाकों में घुसा पानी, गाड़ियां आधी डूबीं

दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है, जिससे निगमबोध घाट, सचिवालय और निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है. मोनेस्ट्री मार्केट और रिंग रोड जलमग्न हैं, यातायात बाधित है. दिल्ली में यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. गुरुवार (4 सितंबर) की सुबह पुराने रेलवे पुल पर यमुना का जलस्तर 207.47 मीटर था. उफनती यमुना का पानी आस-पास के इलाकों में लगातार भर रहा है. निगमबोध घाट की दीवार टूट गई है. सचिवालय में पानी घुस गया है, जहां मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्रियों और प्रमुख नौकरशाहों के कार्यालय हैं.

इसके अलावा, वजीराबाद में लोगों ने कहा कि वे बाढ़ से काफी परेशान हो गए हैं. वोट लेने सब आ जाते हैं, लेकिन जरूरत के समय कोई नहीं आता. 

मोनेस्ट्री मार्केट, सिविल लाइंस और गीता कॉलोनी में भी पानी
मोनेस्ट्री मार्केट पूरी तरीके से जलमग्न हो गया है. रिंग रोड पर भी पानी भर गया है. गाड़ियां आधा डूब के चल रही हैं और सड़कों पर लंबा जाम है. सिविल लाइंस में स्वामी नारायण मंदिर में पानी पहुंच गया है. मंदिर परिसर में पानी भर जाने के कारण लोग छतों पर चले गए हैं. गीता कॉलोनी में यमुना में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. श्मशान घाट भी अछूता नहीं रहा है. 

राहत शिविर भी जलमग्न
वासुदेव घाट के आसपास के इलाकों में भी पानी भर गया है. मयूर विहार फेज-1 जैसे कुछ निचले इलाकों में भी बाढ़ का पानी भर गया है. यहां तक कि वहां बने राहत शिविर भी जलमग्न हो गए हैं. मोनेस्ट्री मार्केट के साथ यमुना बाजार जैसे इलाके अब भी जलमग्न हैं. निवासियों को उम्मीद है कि पानी कम हो जाएगा और सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी.

कश्मीरी गेट के पास श्री मरघट वाले हनुमान बाबा मंदिर तक भी बाढ़ का पानी पहुंच गया है. एक श्रद्धालु ने कहा, ‘‘हर साल जब यमुना का जलस्तर बढ़ता है तो इससे भगवान हनुमान का स्नान होता है. यह पवित्र जल है. हम इसका सम्मान करते हैं.’’ 

श्मशान घाट में बड़ा नुकसान
गीता कॉलोनी श्मशान घाट के प्रमुख संजय शर्मा ने दावा किया, ‘‘2023 में श्मशान घाट में पानी घुस गया था और आज फिर से लगभग 10 फुट तक पानी भर गया है. नुकसान बहुत बड़ा है क्योंकि बाहर रखी सारी लकड़ियां बर्बाद हो गई हैं. हमें प्रशासन से कोई मदद नहीं मिल रही है.’’ क्योंरि कुछ श्मशान घाट पहले ही बंद कर दिए गए हैं, इसलिए लोग दूर-दूर से यहां आ रहे हैं.

यमुना की बाढ़ का असर मथुरा, आगरा और अलीगढ़ में भी नजर आ रहा है. मथुरा में महावन तहसील और छाता तहसील के यमुना किनारे बसे गांव, खेतों और लिंक रोड पर पानी पहुंचा है जिससे गांव की कनेक्टिविटी खत्म हो गई है. अलीगढ़ के टप्पल क्षेत्र के कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं.

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