
2025 में सोने की कीमतें 8,310 रुपये या 10.5 प्रतिशत बढ़कर 87,700 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई हैं, जबकि एक जनवरी को सोने की कीमतें 79,390 रुपये प्रति 10 ग्राम थी.शेयर बाजार में भारी गिरावट के साथ ही अब सोने के दामों में भी तेज गिरावट देखी जा रही है. पिछले तीन दिनों में सोना करीब 1600 रुपये प्रति 10 ग्राम सस्ता हुआ है. घरेलू मार्केट में सोना 537 रुपये की गिरावट के साथ गिरकर 85,056 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया है. वहीं राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में ज्वेलर्स की ओर से कमजोर मांग और निवेशकों की बिकवाली के कारण सोने का भाव 500 रुपये घटकर दो सप्ताह के निचले स्तर 87,700 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया. अखित भारतीय सर्राफा संघ ने यह जानकारी दी है. पिछले कारोबारी सत्र में 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 88,200 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. हालांकि 2025 के पहले दो महीने में सोने के दामों में तेज उछाल देखने को मिला है. इस साल अब तक सोने की कीमतें 8,310 रुपये या 10.5 प्रतिशत बढ़कर 87,700 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई हैं, जबकि एक जनवरी को सोने की कीमतें 79,390 रुपये प्रति 10 ग्राम थी. फिलहाल 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने का भाव 500 रुपये टूटकर 87,300 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया. इसका पिछला बंद भाव 87,800 रुपये प्रति 10 ग्राम था. सोने के अलावा चांदी में भी गिरावट देखी जा रही है. लगातार तीसरे दिन की गिरावट के बीच चांदी की कीमत भी 2,100 रुपये लुढ़क कर 96,400 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई, जबकि इसका पिछला बंद भाव 98,500 रुपये प्रति किलोग्राम था. मेहता इक्विटीज लिमिटेड के उपाध्यक्ष (जिंस) राहुल कलंत्री ने कहा, ‘‘डॉलर सूचकांक में जोरदार उछाल के कारण सोने और चांदी में एक बार फिर गिरावट आई है. अमेरिकी राष्ट्रपति के मेक्सिको और कनाडा पर चार मार्च से लागू होने वाले नए शुल्क की घोषणा ने डॉलर को मजबूत किया, जिससे सर्राफा कीमतों पर दबाव बढ़ गया.’’कमोडिटी एक्सपर्ट्स के अनुसार, इसके अलावा, चीन पर अतिरिक्त 10 प्रतिशत शुल्क लगाने की ट्रंप की घोषणा से इन शुल्क दरों के संभावित स्थगन के बारे में बाजारों में जो उम्मीद बढ़ी थी, वह टूट गयी है. वैश्विक मोर्चे पर, कॉमेक्स सोना वायदा 21.20 डॉलर प्रति औंस गिरकर 2,874.70 डॉलर प्रति औंस रह गया है. साथ ही, हाजिर सोना 15 डॉलर प्रति औंस गिरकर 2,862.53 डॉलर प्रति औंस रह गया.
एबन्स होल्डिंग्स के मुख्य कार्यपालक अधिकारी चिंतन मेहता ने कहा, ‘‘अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने से सोने की कीमतों में सुधार हो रहा है. यह संकेत देता है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व अर्थव्यवस्था में लगातार मुद्रास्फीति के दबाव के कारण दरों में कटौती में देरी कर सकता है.’’ एशियाई बाजार में कॉमेक्स चांदी वायदा 1.21 प्रतिशत की गिरावट के साथ 31.72 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था.