
दक्षिणी कश्मीर मॉड्यूल के निशाने पर है. इस बार भी आतंकियों के निशाने पर टूरिस्ट प्लेस हो सकता है. ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों को पर्यटन स्थलों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए कहा है. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले ने पूरे देश को दहला दिया, लेकिन घाटी से खतरा अभी टला नहीं है. पहलगाम हमले के बाद एक और हमले की आशंका जताई जा रही है. खुफिया एजेंसियों के अलर्ट के मुताबिक, ने लश्कर-ए-तैयबा के खतरनाक मॉड्यूल से आगाह रहने को कहा गया है. अलर्ट के मुताबिक, ये मॉड्यूल कश्मीर में फिर आतंकी हमला करने की तैयारी में है. इस बार भी टारगेट किलिंग के साथ बड़े आतंकी हमले की तैयारी में जुटा हुआ है.
दक्षिणी कश्मीर मॉड्यूल के निशाने पर है. इस बार भी आतंकियों के निशाने पर टूरिस्ट प्लेस हो सकता है. ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों को पर्यटन स्थलों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए कहा है. घाटी में एक और हमले की आंशका के बीच सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट कर रहने के लिए कहा गया है.पूरे जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी नजर आ रहे हैं. सर्च ऑपरेशन किया जा रहा है. इस दौरान सेना ने कई आतंकियों के घरों को भी ध्वस्त कर दिया है, जहां संदिग्ध सामाना मिला था. बता दें कि पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी. इस मामले की शुरुआती जांच से पता चलता है कि इसमें शामिल आतंकवादियों की संख्या पांच से सात हो सकती है. अधिकारियों ने बताया कि उन्हें पाकिस्तान में प्रशिक्षण प्राप्त कम से कम दो स्थानीय आतंकवादियों से मदद मिली थी