परिसीमन पर CM भगवंत मान ने BJP को घेरा, ‘उन सीटों को कम कर रहे हैं, जहां वे…’

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि परिसीमन कर दो लेकिन उसका क्राइटेरिया सिर्फ पॉपुलेशन नहीं होना चाहिए. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की ओर से चेन्नई में बुलाई गई परिसीमन (Delimitation) पर पहली ज्वाइंट कमेटी की बैठक में भाग लेने के बाद पंजाब के सीएम भगवंत मान ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे उन सीटों को कम कर रहे हैं, जहां वे जीत नहीं पाते. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या दक्षिण भारत को जनसंख्या नियंत्रण के लिए सजा दी जा रही है?

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा, ”पंजाब में वो जीतते नहीं हैं. मुझे जहां तक जानकारी है कि वो पांच सीटें बढ़ा रहे हैं लेकिन 543 में अगर 13 सीटें हैं तो इसमें शेयर 2.39 फीसदी है. अगर 850 में 18 सीटें हैं तो शेयर में 2.11 की कमी आएगी जबकि हमारा शेयर बढ़ना चाहिए. 

परिसीमन का क्राइटेरिया सिर्फ पॉपुलेशन ना हो- भगवंत मान

उन्होंने आगे कहा, ”क्या साउथ इंडिया को पॉपुलेशन कंट्रोल करने की सजा मिल रही है? एक तरफ तो हम कह रहे हैं कि पॉपुलेशन कंट्रोल करेंगे. और फिर कह रहे हैं कि सीटें कम करेंगे.” जब उनसे पूछा गया कि क्या आपको लगता है कि ममता बनर्जी और टीएमसी सपोर्ट नहीं कर रही? इस पर उन्होंने कहा, ”उनके रिप्रेजेंटेटिव आए थे, आंध्र प्रदेश से भी थे, केरल के चीफ मिनिस्टर थे. परिसीमन कर दो लेकिन उसका क्राइटेरिया सिर्फ पॉपुलेशन नहीं होना चाहिए.” 

जहां भी हमें बुलाया जाएगा, हम जाएंगे- भगवंत मान

बीजेपी की ओर से करप्शन के आरोपों के सवाल पर भगवंत मान ने कहा, ”यूपी में करप्शन नहीं है क्या? राजस्थान, मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार नहीं है? सबसे बड़ा घोटाला मध्य प्रदेश में हुआ. हैदराबाद में होने वाली परिसीमन पर अगली बैठक के बारे में उन्होंने कहा, “जहां भी हमें बुलाया जाएगा, हम जाएंगे.”

परिसीमन को लेकर AAP नेता संजय सिंह ने क्या कहा?

उधर, आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी परिसीमन को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, ”राज्यों का प्रतिनिधित्व, उनका प्रतिशत अगर देश की संसद में कम होगा तो उनके लिए ये चिंता स्वभाविक है. जैसे पंजाब की बात करते हैं तो अभी तक जो जानकारी मिल रही है कि सीटें तो पंजाब की भी बढ़ेंगी लेकिन जो प्रतिनिधित्व है उसका प्रतिशत कम हो जाएगा. तो एक राज्य के मुख्यमंत्री होने के नाते भगवंत मान और एमके स्टालिन को भी चिंता करने की जरूरत है, या जो भी राज्य हैं उनके सीएम को चिंता करने की जरूरत है.”

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