
राजधानी रांची के नगड़ी में रिम्स-2 की विवादित भूमि को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के आह्वान पर आयोजित “हाल चलाओ, रूपा रोपो” आंदोलन में शामिल होने के लिए राज्य के विभिन्न जिलों से किसान नगड़ी पहुंच रहे हैं। किसानों की अधिक भीड़ को रोकने के लिए पुलिस-प्रशासन ने कई स्थानों पर बैरिकेडिंग कर दी है।
सरायकेला जिले से बड़ी संख्या में किसान नगड़ी जाने के लिए रवाना हुए थे, लेकिन कांड्रा मोड़ स्थित टोल प्लाजा पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। वहां पर पुलिस ने निगरानी तेज करते हुए सभी वाहनों की सघन जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि स्पेशल ड्राइव के तहत गाड़ियों की चेकिंग की जा रही है और आवश्यक कागजात नहीं मिलने पर चालान काटा जा रहा है।
वहीं, आंदोलनकारियों का आरोप है कि प्रशासन उनकी आवाज दबाने की कोशिश कर रहा है। उनका कहना है कि वे शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन में शामिल होने जा रहे थे, लेकिन रास्ते में रोककर उनके लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है।
नगड़ी किसानों का यह आंदोलन अब सिर्फ राजधानी रांची तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसकी गूंज सरायकेला समेत अन्य जिलों तक भी पहुंच गई है। अब यह देखना अहम होगा कि आने वाले समय में प्रशासन और किसानों के बीच यह टकराव किस रूप में सामने आता है।