दिल्ली सरकार ने राजधानी की 111 दुकानों एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को 24 घंटे खोलने की मंजूरी दे दी है। ये प्रतिष्ठान व्यावसायिक, खुदरा व्यापार और कारोबार श्रेणी के हैं। इन प्रतिष्ठानों पर सरकार कड़ी निगरानी रखेगी। नियमों का उल्लंघन करने पर इनके खिलाफ कार्रवाई होगी। माना जा रहा है कि इस पहल से दिल्ली के अंदर आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। साथ में लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
इससे पहले इन प्रतिष्ठानों को 24 घंटे चलाने के लिए दिल्ली के श्रम विभाग की ओर से मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्ताव रखा गया था। मंगलवार को मुख्यमंत्री ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब इसकी अंतिम मंजूरी देने के लिए फाइल एलजी के पास भेज दी गई है। जिन दुकानों को 24 घंटे संचालित करने की अनुमति दी गई है, उनको दिल्ली शॉप एस्टिब्लिशमेंट्स एक्ट 1954 की धारा 14, 15 व 16 के प्रावधानों और नियमों का सख्ती से पालन करना अनिवार्य है।
अधिकारियों का कहना है कि गर्मियों के दिनों में रात 9 से सुबह 7 बजे तक और ठंड के मौसम में रात 8 से सुबह 8 बजे के बीच किसी भी प्रतिष्ठान में महिला कर्मचारियों को काम करने की अनुमति नहीं होगी। दुकानों को निर्धारित समय के अंदर ही खोलना और बंद करना होगा। इसका उल्लंघन करने पर व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद कराए जा सकते हैं।
अगर ग्राहक इंतजार कर रहे हैं तो दुकान खोलने के लिए 15 मिनट का अतिरिक्त समय मिलेगा। अलग-अलग इलाकों में दुकानों को खोलने या बंद रखने का अलग-अलग समय तय हो सकता है और स्वामियों को उसका पालन करना होगा।अधिकारी बताते हैं कि श्रम विभाग के पास 24 घंटे दुकानों का संचालन करने के लिए 175 लोगों ने आवेदन किया था। जांच के बाद विभाग ने 111 को स्वीकृति दे दी गई है।
700 से ज्यादा दुकानें चल रहीं 24 घंटे
दिल्ली सरकार दिल्ली में व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए यह योजना शुरू की है। इसमें अभी तक करीब 700 दुकानों को 24 घंटे खोलने की इजाजत दी गई है। बीते फरवरी में 23 दुकानों और प्रतिष्ठानों और जनवरी में 32 दुकानें शामिल हुई थीं। इससे पहले अगस्त 2023 में 29 और नवंबर 2023 में 83 दुकानों व व्यवसायिक प्रतिष्ठानों शामिल हुए थे। इसी कड़ी में मंगलवार को 111 अतिरिक्त दुकानों को शामिल किया गया।