जालसाजों ने पैसे को कई बैंक खातों में ट्रांसफर करा लिए। ठगी का अहसास होने पर पीड़ित ने साइबर सेल में इसकी शिकायत की।
रोहिणी इलाके में एक सेवानिवृत्त इंजीनियर को डिजिटल अरेस्ट कर 10.30 करोड़ रुपये ठगी करने का मामला सामने आया है। जालसाजों ने पैसे को कई बैंक खातों में ट्रांसफर करा लिए। ठगी का अहसास होने पर पीड़ित ने साइबर सेल में इसकी शिकायत की।
शुरुआती जांच में पता चला कि कंबोडिया से फोन कर बुजुर्ग को आठ घंटे डिजिटल अरेस्ट किया गया। शिकायत में बुजुर्ग ने बताया कि जालसाजों ने उन्हें खुद को कमरे में बंद होने के लिए कहा। इसके बाद उनके बैंक खातों की जानकारी हासिल की।
जालसाज उन्हें झांसा देकर उनके बैंक खातों से 10.30 करोड़ रुपये निकाल लिए। उसके बाद आरोपियों ने उन्हें बेटा बेटी से पैसे मांगने के लिए कहा। इस पर बुजुर्ग को शक हो गया और वह लैपटॉप बंद कर कमरे से बाहर निकल गए। उसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत रोहिणी साइबर सेल में की।
बुजुर्ग के बेटे का दुबई में कारोबार है और वह अपने परिवार के साथ वहीं रहते हैं। जबकि उनकी बेटी सिंगापुर में रहती हैं। पुलिस की जांच में पता चला है कि जालसाजों ने रकम को सात बैंक खातों में डलवाया।
उसके बाद करीब 15 सौ अलग अलग बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर किए। पुलिस ने कई खातों को फ्रीज कर दिया जिसमें करीब 60 लाख रुपये जमा किए गए हैं। जांच से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि जालसाज कंबोडिया, फिलीपींस और ताइवान से फोन कर भारत में लोगों को डिजिटल अरेस्ट कर उनसे पैसे ठग रहे हैं।