
आने वाले दिनों में सभी जिलों में ऐसे क्लीनिक शुरू किए जाएंगे। इन क्लीनिक में मस्तिष्क से जुड़े सभी रोगों का इलाज, पुनर्वास सहित दूसरे विषयों पर काम किया जाएगा।
खराब जीवन शैली के बीच बढ़ रहे ब्रेन स्ट्रोक, मिर्गी, पार्किंसंस रोग, मनोभ्रंश, सिरदर्द सहित दूसरे विकारों का इलाज उपलब्ध करवाने के लिए दिल्ली में शनिवार को पहला ब्रेन हेल्थ क्लीनिक शुरू हुआ। आने वाले दिनों में सभी जिलों में ऐसे क्लीनिक शुरू किए जाएंगे। इन क्लीनिक में मस्तिष्क से जुड़े सभी रोगों का इलाज, पुनर्वास सहित दूसरे विषयों पर काम किया जाएगा।
शनिवार को दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री डॉ पंकज कुमार सिंह ने द्वारका स्थित इंदिरा गांधी अस्पताल में इस क्लीनिक का उद्घाटन किया। यहां नीति आयोग और मानव व्यवहार एवं संबद्ध विज्ञान संस्थान (इबहास) के सहयोग से न्यूरोलॉजिकल देखभाल की सुविधा मिलेगी।
मंत्री ने कहा कि किसी को यदि मस्तिष्क से संबंधित कोई समस्या हो तो उन्हें निश्चित रूप से इन क्लीनिक में आना चाहिए। आने वाले दिनों में हर जिले में एक क्लीनिक खोला जाएगा। तनाव, खान-पान में बदलाव, खराब जीवन शैली सहित दूसरे कारणों से मस्तिष्क से जुड़े विकार बढ़ रहे हैं। कम उम्र में लोग इससे पीड़ित होकर दिव्यांग बन रहे हैं। कई मामलों में मरीज की मौत तक हो जाती है।
मृत्यु का दूसरा बड़ा कारण
न्यूरोलॉजिकल विकार मृत्यु दर का दूसरा सबसे बड़ा कारण है। इसके कारण दिव्यांगता भी बढ़ रही है। इससे निपटने के लिए नीति आयोग ने साक्ष्य-आधारित नीति को आगे बढ़ाने और कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए इबहास के निदेशक डॉ राजिंदर कुमार धमीजा के नेतृत्व में मस्तिष्क स्वास्थ्य पर राष्ट्रीय टास्क फोर्स का गठन किया।
तीन स्तर पर मिलेगी सुविधा : राष्ट्रीय टास्क फोर्स के अध्यक्ष डॉ. राजिंदर कुमार धमीजा ने बताया कि यहां तीन स्तर पर सुविधाएं मिलेगी। मरीज आरोग्य मंदिर से यहां रेफर होकर आ सकेंगे। वहीं यहां पर इलाज न मिल पाने की स्थिति में उन्हें इबहास, एम्स या दूसरे बड़े अस्पताल में भेजा जाएगा। मनोरोग, न्यूरोलॉजी, मेडिसिन सहित अन्य विभाग के डॉक्टरों की टीम बनाई गई है।