
दिल्ली में राशन कार्ड के ई वेरिफिकेशन के बाद पता चलेगा कि कितने स्लॉट उपलब्ध हैं और कितने लोगों को राशन कार्ड आवंटित किए जा सकते हैं.
दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार राशन कार्ड वितरण के लिए ई वेरिफिकेशन कर रही है. खाद्य मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि इस प्रक्रिया से यह पता लगाने में मदद मिलेगी कि कितने और लाभार्थियों को कवर किया जा सकता है.
सिरसा ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि सरकार ने इस संबंध में एक सप्ताह पहले एक बैठक की थी और अब ई-सत्यापन कर रही है. सत्यापन के बाद, हम आकलन करेंगे कि कितने स्लॉट उपलब्ध हैं और कितने लोगों को राशन कार्ड आवंटित किए जा सकते हैं.
क्यों जरूरी है ई वेरिफिकेशन?
उन्होंने कहा कि एक बार यह निर्धारित हो जाने के बाद, हम राशन कार्ड वितरित करने के लिए आगे बढ़ेंगे. दिल्ली में 26 साल बाद सत्ता में लौटने वाली बीजेपी ने विधानसभा चुनाव से पहले आरोप लगाया था कि पिछली सरकार ने नए लाभार्थियों को राशन कार्ड जारी करना बंद कर दिया था.
ई सत्यापन की आखिरी तारीख 31 मार्च है. ई-वेरिफिकेशन प्रोसेस इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि राशन कार्ड धारक कई सरकारी योजनाओं से जुड़े हुए हैं. साथ ही महिला समृद्धि योजना, आयुष्मान भारत योजना, उज्जवला योजना का लाभ लेने वाले लोगों के लिए भी राशन कार्ड का वेरिफिकेशन जरूरी होगा.
कितने राशन कार्ड धारक?
दिल्ली में इस समय 17,78,372 राशन कार्ड धारक हैं. इनमें AAY धारक 68,708 हैं और PHH धारक 17,09,664 हैं. PHH राशन कार्ड में 3 किलो गेहूं, 2 किलो चावल प्रति व्यक्ति मिलता है. वहीं, AAY राशन कार्ड में 21 किलो गेहूं, 14 किलो चावल और एक किलो चीनी दी जाती है.
राष्ट्रीय राजधानी में लगभग सभी राशन कार्ड उनके आधार कार्ड से लिंक हैं. हालांकि, हर 5 साल में जरूरी तौर पर होने वाली वेरिफिकेशन प्रक्रिया साल 2013 के बाद से नहीं हुई है. इसलिए अब ई-केवाईसी की जा रही है. अगर सही नहीं पाया गया तो नामों को लिस्ट से हटाया जाएगा.