
दिल्ली में बुधवार को न्यूनतम तापमान 25.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 5.6 डिग्री अधिक और अप्रैल में तीन वर्ष में सबसे अधिक है.
दिल्ली में बुधवार को अप्रैल में तीन साल में सबसे अधिक न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया. दिल्ली के चार मौसम केंद्रों ने लू की स्थिति आंकी. इसके अलावा गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में बुधवार को लू चलने के बीच कम से कम 26 मौसम केंद्रों ने अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक दर्ज किया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने यह जानकारी दी.
आईएमडी के अनुसार, दिल्ली में बुधवार को न्यूनतम तापमान 25.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 5.6 डिग्री अधिक और अप्रैल में तीन वर्ष में सबसे अधिक है. इसने कहा, ‘‘केवल पालम मौसम केंद्र में ही कल रात में गर्मी की स्थिति दर्ज की गई. आज सभी पांच समकालिक मौसम केंद्रों पर यह स्थिति दर्ज की गई.’’
आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, अन्य निगरानी मौसम केंद्रों में आयानगर में अधिकतम तापमान 40.9 डिग्री सेल्सियस, पालम में 40.3 डिग्री सेल्सियस, रिज में 40.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि लोधी रोड केंद्र में अधिकतम तापमान 39.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग के अनुसार, पांच में से चार निगरानी मौसम केंद्रों में दिल्ली में उष्ण लहर की स्थिति दर्ज की गई. विभाग के अनुसार, 2024 और 2023 दोनों वर्षों में न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस तक नहीं पहुंचा था.
आंकड़ों के मुताबिक, 2024 में न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया थास जबकि 2023 में यह 23.6 डिग्री तक ही पहुंचा था. आईएमडी ने दिल्ली में आंशिक रूप से बादल छाए रहने का अनुमान जताया है और भीषण गर्मी को लेकर ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है, जबकि अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है.
दिल्ली में सुबह साढ़े आठ बजे आर्द्रता 51 प्रतिशत रही. सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 233 दर्ज किया गया जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है. मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार को गरज के साथ बारिश का अनुमान जताया है और अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना जताई है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, शून्य से 50 के बीच का एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच का एक्यूआई ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच का एक्यूआई ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच का एक्यूआई ‘खराब’, 301 से 400 के बीच का एक्यूआई ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच का एक्यूआई ‘गंभीर’ माना जाता है.
गुजरात के कांडला में पारा 45.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो इस दिन देश में सबसे अधिक तापमान था. राजकोट में अधिकतम तापमान 45.2 डिग्री सेल्सियस, अमरेली में 44.3 डिग्री सेल्सियस और सुरेंद्रनगर में 43.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. तटीय शहर पोरबंदर में पारा असामान्य रूप से 43 डिग्री सेल्सियस तक चला गया जो सामान्य से 8.8 डिग्री अधिक था. राज्य में दीसा और अहमदाबाद में भी अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया.
वहीं राजस्थान में भीषण गर्मी और उष्ण लहर की स्थिति बनी हुई है. आईएमडी ने बताया कि पिछले 24 घंटे में राजस्थान के बाड़मेर में अधिकतम तापमान 46.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इसके अलावा पिलानी में 44.9 डिग्री सेल्सियस, फलौदी और चूरू में क्रमश: 43.8 डिग्री सेल्सियस और 43.5 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया, जबकि बीकानेर और जयपुर में अधिकतम तापमान क्रमश: 43.4 डिग्री सेल्सियस और 43 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा. इनमें से कई स्थानों पर अधिकतम तापमान सामान्य से छह से आठ डिग्री अधिक रहा.
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार, राज्य में भीषण गर्मी का दौर अगले 24 घंटों तक जारी रहने की संभावना है. हालांकि, एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से 10 और 11 अप्रैल को बीकानेर, जयपुर, भरतपुर और जोधपुर संभाग के कुछ भागों में गरज के साथ बारिश होने, 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने तथा कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना है.
महाराष्ट्र में अकोला और जलगांव दोनों में अधिकतम तापमान 43.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि मालेगांव में अधिकतम तापमान 43.2 डिग्री सेल्सियस रहा.
मध्य भारत भी इससे अछूता नहीं रहा. मध्य प्रदेश के रतलाम में अधिकतम तापमान 44.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 6.3 डिग्री अधिक था. होशंगाबाद में पारा 43.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया.
मौसम विभाग ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर-पश्चिम भारत में गर्मी के 10 अप्रैल से कम होने की संभावना है, जबकि गुजरात और मध्य प्रदेश में 11 अप्रैल से गर्मी के कम होने की संभावना है.
आईएमडी के वैज्ञानिक और प्रवक्ता नरेश कुमार ने पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में 14-15 अप्रैल को फिर गर्म हवाएं चलने की चेतावनी दी है.
हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने के साथ गरज के साथ बारिश की संभावना जताई गई है. मौसम विभाग ने अगले दो दिन के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है. मौसम विभाग ने कहा कि बृहस्पतिवार को चंबा, कुल्लू, कांगड़ा और लाहौल और स्पीति के कुछ स्थानों पर हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना है. वहीं शुक्रवार को शिमला, सिरमौर सोलन और कांगड़ा के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है.
आईएमडी ने बृहस्पतिवार को हिमाचल प्रदेश के मध्य-पर्वतीय क्षेत्रों में अलग-अलग स्थानों पर ओलावृष्टि का भी अनुमान जताया, जबकि भुंतर, धर्मशाला और सुंदरनगर में भीषण गर्मी महसूस की गई.