गोपाल राय शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये केंद्र और राज्य के कृषि मंत्रियों की संयुक्त बैठक में हिस्सा ले रहे थे।
राजधानी में बढ़ते वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने एनसीआर में पटाखों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने का अनुरोध किया है। गोपाल राय शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये केंद्र और राज्य के कृषि मंत्रियों की संयुक्त बैठक में हिस्सा ले रहे थे।
इस दौरान उन्होंने पराली जलाने के मामलों को कम करने का भी अनुरोध किया। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई बैठक में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश व दिल्ली के कृषि मंत्री समेत संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली के अंदर पटाखों के उत्पादन, भंडारण और किसी भी प्रकार की बिक्री या खरीद पर पूरी तरह प्रतिबंध है। यह प्रतिबंध पटाखों की ऑनलाइन डिलीवरी पर भी लागू है। दिल्ली की तरह ही एनसीआर में भी पटाखों पर पूरी तरह से पाबंदी लगे, ताकि इससे फैलने वाले प्रदूषण को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि हालांकि पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई है, लेकिन दिवाली के बाद का समय महत्वपूर्ण होगा।
खेतों में बायो डी-कंपोजर का किया जा रहा छिड़काव
गोपाल राय ने बताया कि इस वर्ष दिल्ली सरकार 5 हजार एकड़ से ज्यादा खेतों में निःशुल्क बायो डी-कंपोजर का छिड़काव करा रही है। इसका सकारात्मक परिणाम मिला है। इससे पराली गल गई और खेत की उपजाऊ क्षमता में भी बढ़ोतरी देखी गई। साथ ही पराली जलाने की घटनाओं के खिलाफ कड़ी निगरानी रखने और निरीक्षण के लिए 11 टीमें तैनात की गई हैं।
किसानों को धान की फसल के अवशेष न जलाने के लिए जागरूकता अभियान के तहत गांवों में 25 किसान जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। गोपाल राय ने इस साल की बैठक में देरी पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पिछले साल अगस्त में इसी तरह की बैठक हुई थी, जिससे रणनीति बनाने के लिए अधिक समय मिला था।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में ठंड के मौसम में बढ़ने वाले प्रदूषण की समस्या के समाधान के लिए सरकार हर साल विभिन्न बिंदुओं पर आधारित विंटर एक्शन प्लान बनाती है। ऐसे में ठंड के मौसम के दौरान पराली जलाना भी प्रदूषण को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है।