आने वाले समय में वाहन चालकों को अपार्टमेंट, ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी, अस्पताल, कॉलेज, संस्थागत भवन, किराना स्टोर, बाजार, दुकान, मॉल और कैफेटेरिया के आसपास ईवी चार्जिंग स्टेशन आसानी से मिल जाएंगे। इस साल के आखिर तक निगम की ओर से 573 ईवी चार्जिंग स्टेशन खोले जाएंगे। इनमें से 275 स्टेशन खुल चुके हैं। इस महीने के आखिर तक और 25 स्थानों पर नए स्टेशन खुल जाएंगे।
अधिकारियों के मुताबिक, दिल्ली में ई-चार्जिंग स्टेशन खोलने के लिए एमसीडी ने जो पॉलिसी बनाई है, उसके तहत हर तीन किलोमीटर की पर एक ई-चार्जिंग व बैटरी स्वैपिंग स्टेशन बनाने का फैसला किया गया है। एमसीडी के साथ 11 कंपनियों ने ई-चार्जिंग स्टेशन खोलने के हाथ मिलाया है। इनमें टीसीआईएल, बेसिल, ईईएसएल, आईजीएल, बीपीसीएल, एचपीसीएल, सीईएसएल व डिम्ट्स शामिल हैं। इसके अलावा विद्युत वितरण कंपनियां जिनमें डीपीडीडीएल, बीवाईपीएल व बीआरपीएल भी शामिल हैं। कैफेटेरिया और मॉल्स के आसपास सबसे ज्यादा चार्जिंग स्टेेशन खोले जा रहे हैं।
दिल्ली बनेगी ईवी राजधानी
एमसीडी के अलावा दिल्ली सरकार और एनडीएमसी भी ईवी चार्जिंग स्टेशन बनाने के लिए काम कर रहे हैं। एमसीडी ई-चार्जिंग स्टेशन बनाने के लिए अभी भी नए स्थान चिन्हित कर रही है। बंद ढलाव घरों में भी ई-चार्जिंग स्टेशन खोले जा रहे हैं। आने वाले समय में दिल्ली को भारत की इलेक्ट्रिक वाहन राजधानी के रूप में पहचान मिलेगी।
ईवी का चलन बढ़ा
दिल्ली में करीब 80 लाख वाहन पंजीकृत हैं। इसमें आधे दोपहिया हैं। सिविक एजेंसी एक्सपर्ट्स कहना है कि दिल्ली में हर साल करीब एक लाख वाहन ईवी में बदल रहे हैं। सोसाइटियों में ईवी का चलन तेजी से बढ़ा है। आने वाले समय में संख्या और तेजी से बढ़ने की उम्मीद है। इससे प्रदूषण कम होगा। दिल्ली सरकार के दिशा-निर्देशों पर निगम जमीनी स्तर पर कार्ययोजना बनाकर काम कर रहा है।