
पुराना किला झील में वर्ष 2016 से बोटिंग की सुविधा बंद है। तब झील संरक्षण के अभाव में सूख गई थी। फिर वर्ष 2019 में झील क्षेत्र को संवारा गया। अब यहां पर्यटकों को फिर से बोटिंग का आनंद लेने का मौका मिलेगा।
ऐतिहासिक पुराना किला में अगले महीने से बोटिंग के लिए ट्रायल होने वाला है। इससे करीब 9 साल के लंबे इंतजार के बाद पर्यटक बोटिंग का लुत्फ उठा सकेंगे। ऐसे में पुराना किला और राष्ट्रीय प्राणी उद्यान (चिड़ियाघर) में घूमने के लिए आने वाले पर्यटक नाव में सवार होकर आनंद ले सकेंगे। एक से दो महीने तक ट्रायल चलेगा। इस दौरान कोई खामियां पाई गई तो व्यवस्था को और बेहतर करने के लिए नई रूपरेखा तैयार की जाएगी।
पुराना किला झील में वर्ष 2016 से बोटिंग की सुविधा बंद है। तब झील संरक्षण के अभाव में सूख गई थी। फिर वर्ष 2019 में झील क्षेत्र को संवारा गया, लेकिन अब इस ऐतिहासिक स्थल पर पर्यटकों को फिर से बोटिंग का आनंद लेने का मौका मिलेगा।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एसआई) की एडोप्ट हेरिटेज योजना के तहत एक फाउंडेशन ने गोद ले रखा है। मिली जानकारी के अनुसार पुराना किला झील में करीब 10 बोट उतारी जाएंगी। साथ ही, भविष्य में 10 और नाव जोड़ने की योजना है। इस बार बोटिंग को और सुरक्षित व व्यवस्थित बनाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। ट्रायल अवधि के दौरान पर्यटकों की प्रतिक्रिया और तकनीकी पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उम्मीद है कि यह पहल दिल्ली के पर्यटन मानचित्र पर पुराना किला को और भी प्रमुखता प्रदान करेगी।
पर्यटक की मांग, जल्द शुरू हो सुविधा
झील परिसर में अस्थायी तौर पर बांस के काउंटर तैयार किए जाएंगे। नौका को लेकर डिजाइन की प्रक्रिया चल रही है। पर्यटकों का कहना है कि यदि झील में नौका विहार की सुविधा शुरू होती है तो यह अच्छा रहेगा। इससे जो पर्यटक बच्चों व परिवार के साथ आते हैं, वह नौका विहार का लुत्फ उठा सकेंगे। इससे घूमने का मजा दोगुना हो जाएगा।
दिल्ली पर्यटन विभाग ने इससे पहले लिखा था एएसआई को पत्र
पुराने किले की प्राचीर से सटी एक बड़ी झील है। इसमें फव्वारे भी लगाए गए हैं जो पर्यटकों को काफी आकर्षित करते हैं। इस झील में पहले नौका विहार की भी सुविधा थी। यहां आने वाले हजारों पर्यटक रोजाना नाव से झील में सैर करते थे। शीतल जल के बीच नाव से सैर का पर्यटक आनंद लेते थे, लेकिन कोरोना काल से पहले एएसआई की कुछ काम के कारण नौका विहार को बंद कर दिया गया था। प्राचीन इंद्रप्रस्थ शहर स्थल पर स्थित पुराना किला में लगभग दो किलोमीटर का सर्किट है। इससे पहले पर्यटन विभाग ने एएसआई को पत्र लिखकर नौका विहार गतिविधि को फिर से शुरू करने पर विचार करने का अनुरोध किया था।
खुदाई की अभी नहीं कोई योजना
पुराना किला में खुदाई को लेकर अभी कोई योजना नहीं है। तीसरे चरण की खुदाई में अभी तक मौर्य से लेकर मुगल काल की संरचना सामने आ चुकी है। खुदाई से अभी तक करीब 2500 वर्ष के इतिहास के बारे में पता चल सका है। अलग-अलग काल खंड की संरचनाएं भी मिली है। इसमें मौर्य, शुंग, कृषाण, गुप्त और राजपूत शामिल है।