भारी बारिश के बाद आई बाढ़ ने त्रिपुरा में भारी तबाही मचाई है। राज्य के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन बताते हुए कहा कि तकरीबन 15000 करोड़ रुपये मूल्य का नुकसान हुआ है। वही 1.28 लाख लोग अब भी राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर हैं। हालांकि मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि खाद्यान्न और ईंधन का पर्याप्त भंडार है।
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने शनिवार को कहा कि राज्य में बाढ़ से 15,000 करोड़ रुपये मूल्य के नुकसान का अनुमान है। अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ के कारण सोमवार से अब तक 24 लोगों की मौत हो गई है। 1.28 लाख लोगों ने राहत शिविरों में शरण ली है।
सर्वदलीय बैठक के बाद साहा ने कहा, ‘अनुमानित नुकसान 15,000 करोड़ रुपये पहुंच सकता है। वास्तविक नुकसान के आकलन के बाद आंकड़ा बढ़ सकता है।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने कठिन समय में मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जताई।
खाद्यान्न और ईंधन का पर्याप्त भंडार
मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि खाद्यान्न और ईंधन का पर्याप्त भंडार है। सरकार महंगाई रोकने के लिए बाजारों पर कड़ी नजर रखेगी। इस बीच आईएएनएस के अनुसार त्रिपुरा में बाढ़ की स्थिति में शनिवार को सुधार हुआ। अधिकांश नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं। एएनआइ के अनुसार वायुसेना ने हेलीकाप्टरों से आपदाग्रस्त क्षेत्रों में फंसे स्थानीय लोगों के लिए चार हजार से अधिक खाद्य पैकेट गिराए।
बांग्लादेश में बाढ़ से 18 लोगों की मौत
बांग्लादेश में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 18 हो गई है। देश के 64 जिलों में से 11 में बाढ़ के कारण लगभग 49 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने गैर सरकारी संगठनों, लोगों से राहत कार्य में मदद करने का आग्रह किया है।
इस बीच बाढ़ प्रभावित लोगों की सहायता के लिए ढाका विश्वविद्यालय के निकट प्रसिद्ध स्मारक स्थल पर स्थानीय बैंड और संगीतकारों ने परफॉर्म किया। इस कार्यक्रम में सैकड़ों लोग जुटे। कार्यक्रम संचालक ने लोगों से बाढ़ प्रभावित लोगों की सहायता के लिए दान देने का आग्रह किया।