डिग्गी कल्याणजी पदयात्रा कल से, सड़कों की मरम्मत के लिए 6 टीमें मौके पर तैनात

राजस्थान की सबसे बड़ी डिग्गी कल्याण जी पदयात्रा कल से शुरू होने जा रही है। पदयात्रा में जाने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए पीडब्ल्यूडी ने सड़कों की मरम्मत का काम शुरू कर दिया है। इसके लिए 6 टीमें मौके पर तैनात हैं। रात में भी मरम्मत का काम चालू है।

राजस्थान के टोंक जिले में स्थित डिगी कल्याण जी के दर्शनों के लिए 11 अगस्त से लख्खी पद यात्रा शुरू हो रही है। राजस्थान सहित कई अन्य राज्यों से श्रद्धालु पैदल चलकर यहां दर्शन करने पहुंचते हैं। इन यात्रियों की सुविधा के लिए युद्ध स्तर पर सड़कों की मरम्मत का काम किया जा रहा है।

प्रसिद्ध धार्मिक स्थल श्री डिग्गी कल्याण जी महाराज के दर्शनों के लिए रविवार, 11 अगस्त से पदयात्रा शुरू होने जा रही है। इस यात्रा में जातरुओं को असुविधा नहीं हो इसके लिए टोंक की तरफ जाने वाली सड़कों की मरम्मत का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है।

पीडब्ल्यूडी ने जयपुर से मालपुरा रोड की रिपेयरिंग के लिए 6 टीमें लगाई हैं, इनमें तीन टीमें डामर रोड तथा 3 सीसी रोड की रिपेयर का काम कर रही हैं। इनकी मॉनिटरिंग के लिए 2 एईएन तथा एक एक्सईएन लगातार साइट विजिट कर रहे हैं। यात्रा से पहले काम पूरा हो इसलिए 24 घंटे यहां काम चल रहा है। रात को भी लगातार टीमें काम कर रही हैं।

जयपुर और एमपी से आने वाली विशाल लक्खी पदयात्रा का आगाज श्रावण मास में 11 अगस्त को होगा। यह यात्रा जयपुर में ताड़केश्वर जी के मंदिर से विधिवत पूजा-अर्चना के साथ शुरू होगी। ताड़केश्वर जी के मंदिर से शुरू होकर सांगानेर, मदरामपुरा, रेनवाल, फागी, निमेड़ा, चौसला होते हुए डिग्गी श्री जी महाराज के 15 अगस्त को दर्शन करेगी।

यह पदयात्रा राजस्थान की सबसे विशाल पदयात्रा है। इसमें जयपुर से डिग्गी तक लाखों लोग पैदल चलते दिखाई देते हैं। यात्रियों की भोजन व्यवस्था भामाशाह करते हैं, इसके लिए सड़कों पर जगह-जगह लंगर लगाए जाते हैं।

शाही निशान लेकर पहुंचती है यात्रा
15 अगस्त को शाम 4 बजे डिग्गी मीणा धर्मशाला से विशाल जुलूस के साथ शाही निशान को लेकर श्रीजी महाराज को झंडा चढ़ाने के लिए गाजे-बाजे के साथ पदयात्रा रवाना होती है। आरती के समय गंगोत्री से लाए जल से श्रीजी महाराज का अभिषेक किया जाता है। इसके दूसरे दिन मध्यप्रदेश से भी पदयात्रा में हजारों की संख्या में श्रद्धालु श्रीजी के धोक लगाकर मंगल कामना करते हैं।

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