
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने का कहना है कि सरकार को गलतफहमी है कि किसान डर गए हैं। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन जारी रहेगा और दिल्ली जाने की इच्छा कभी खत्म नहीं होगी। उन्होंने यह भी घोषणा की कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, 31 मार्च को पंजाब में आप मंत्रियों के घरों का घेराव किया जाएगा।
किसान नेताओं की रिहाई के बाद पटियाला के एक निजी अस्पताल में रखे गए जगजीत सिंह डल्लेवाल ने पानी पीकर अनशन तोड़ा और चिकित्सा सहायता लेनी शुरू कर दी है। 19 मार्च को पुलिस की ओर से हिरासत में लिए जाने के बाद डल्लेवाल ने पानी पीना बंद कर दिया था और मेडिकल सहायता भी नहीं ले रहे थे। उनकी मांग थी कि सभी किसानों को जेलों से रिहा किया जाए लेकिन डल्लेवाल का आमरण अनशन अभी जारी रहेगा, जो आज 123वें दिन में दाखिल हो गया।
रिहाई के बाद सरवन सिंह पंधेर समेत करीब 14 किसान नेता अस्पताल में डल्लेवाल से मिलने पहुंचे। किसान नेताओं ने कहा कि डल्लेवाल की हालत बेहद नाजुक है। उन्हें बोलने में भी समस्या आ रही है। किसान नेताओं ने कहा कि यह पहली बार हुआ कि बातचीत के लिए बुलाकर किसानों को गिरफ्तार किया गया हो। सरकार की ओर से यह असामाजिक व अलोकतांत्रिक के साथ-साथ अनैतिक कार्य किया गया है।
इससे पहले पंजाब सरकार ने शुक्रवार को सरवन सिंह पंधेर, काका सिंह कोटड़ा, अभिमन्यु कोहाड़ समेत कई किसान नेताओं को राज्य की विभिन्न जेलों से रिहा कर दिया। मुक्तसर जेल से रिहाई के बाद पटियाला पहुंचने पर पंधेर ने कहा कि सरकार को गलतफहमी है कि किसान डर गए हैं। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन जारी रहेगा और दिल्ली जाने की इच्छा कभी खत्म नहीं होगी। दिल्ली कूच और आगे के आंदोलन की रणनीति पर फैसला लेने के लिए जल्द ही दोनों किसान संगठनों की संयुक्त बैठक होगी।
पंधेर ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के इशारे पर हरियाणा सरकार ने किसानों को खनौरी और शंभू सीमाओं पर रोका, जिसके कारण किसानों को मजबूरन वहीं धरने देने पड़े। उन्होंने यह भी कहा कि ईडी और सीबीआई के डर से अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री भगवंत मान केंद्र सरकार के साथ मिल गए हैं। इसी कारण, केंद्र के इशारे पर पंजाब सरकार ने 19 मार्च को बैठक से लौट रहे किसान नेताओं को हिरासत में लिया और सीमाओं पर कार्रवाई की।
जेल में नशाखोरी चलने का लगाया आरोप
पंधेर ने पटियाला जेल में बंद रहने के दौरान जेल में खुलेआम नशाखोरी चलने का आरोप लगाया और कहा कि इससे सरकार के नशा विरोधी अभियान की पोल खुलती है। यहां आसानी से नशा मिल जाता है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, 31 मार्च को पंजाब में आप मंत्रियों के घरों का घेराव किया जाएगा।
किसानों के सामान की चोरी
किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस-प्रशासन की मौजूदगी में कुछ अपराधियों ने शंभू और दातासिंहवाला-खनौरी किसान मोर्चों से 19 मार्च को किसानों का सामान चोरी किया, जिसके लिए उन्होंने राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि सरकार को चोरी हुए सामान का पूरा हिसाब देना होगा।