
टेलबोन दर्द लंबे समय तक बैठने गिरने या गलत तरीके से के कारण हो सकता है जिससे चलने-फिरने और बैठने में परेशानी होती है। इसे कम करने के लिए योग प्रभावी उपाय हो सकता है। आप रोजाना योगासन की मदद से इस दर्द से राहत पा सकते हैं। आइए जानते हैं कौन-से योगासन होंगे असरदार।
टेलबोन दर्द एक आम समस्या है, जो लंबे समय तक बैठने, चोट या हड्डियों की कमजोरी के कारण हो सकता है। यह दर्द न केवल जीवन में असहजता पैदा करता है, बल्कि डेली रूटीन के एक्टिविटीज में भी बाधा डालता है।
योगासन टेलबोन दर्द को कम करने का एक नेचुरल और प्रभावी उपाय है। ये न केवल दर्द से राहत देते हैं, बल्कि रीढ़ की हड्डी को भी मजबूत और लचीला भी बनाते हैं। यहां कुछ प्रभावी योगासन की जानकारी दी गई है, जो टेलबोन दर्द से राहत पाने में आपकी मदद करेंगे, आइए जानते हैं इनके बारे में-
बालासन
चाइल्ड पोज या बालासन टेलबोन और पीठ के निचले हिस्से में खिंचाव लाकर आराम देता है। रीढ़ की हड्डी को फ्लेक्सिबल बनाता है और तनाव को कम करता है।
कैसे करें- इसे करने के लिए घुटनों के बल बैठें और पैरों को पीछे की ओर मोड़ें।धीरे-धीरे आगे झुकें और अपने फॉरहेड को जमीन पर टिकाएं। दोनों हाथों को आगे की ओर फैलाएं और गहरी सांस लें। 30 सेकंड से 1 मिनट तक इसी मुद्रा में रहें।
सेतुबंधासन
इसे ब्रिज पोज भी कहते हैं। यह टेलबोन दर्द से आराम दिलाता है क्योंकि यह रीढ़, जांघों और घुटनों को स्ट्रेच करता है,ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है और नसों में जकड़न कम करता है।
कैसे करें- पीठ के बल लेटें, घुटने मोड़ें, पैर ज़मीन पर रखें। हाथ शरीर के पास रखें, हथेलियां नीचे की ओर हों। सांस भरते हुए कमर और पीठ ऊपर उठाएं। 10-15 सेकंड होल्ड करें, फिर धीरे-धीरे वापस आएं।
धनुरासन
योग का ये आसन टेलबोन और कमर के निचले हिस्से को मजबूत बनाता है, और शरीर की फ्लेक्सिबिलिटी और ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है।
कैसे करें- इसे करने के लिए पेट के बल लेट जाएं और पैरों को मोड़ें। हाथों से टखनों को पकड़ें और धीरे-धीरे छाती और पैरों को ऊपर उठाएं। कुछ सेकंड इसी मुद्रा में रहें, फिर धीरे-धीरे वापस आएं।
अधोमुख श्वानासन
रीढ़ की हड्डी को मजबूत और फ्लेक्सिबल बनाता है। टेलबोन और कमर के निचले हिस्से में खिंचाव लाकर दर्द से राहत देता है।
कैसे करें- इसे करने के लिए अपने हाथों और पैरों के बल आकर शरीर को वी (V) आकार में उठाएं। एड़ियों को जमीन की ओर धकेलें और सिर को कंधों के बीच में रखें। 30-40 सेकंड तक इस मुद्रा में रहें और फिर वापस आएं।
मार्जरी आसन
इसे कैट काऊ पोज या बिल्ली गाय मुद्रा और बिटिलासन भी कहते हैं। ये टेलबॉन और लोअर बैक के दर्द को कम करता है। रीढ़ की हड्डी में फ्लेक्सिबिलिटी और ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है।
कैसे करें- इसे करने के लिए अपने हाथों और घुटनों के बल आ जाएं।सांस लेते हुए पीठ को नीचे झुकाएं और सिर को ऊपर उठाएं और फिर इसी तरह सांस छोड़ते हुए पीठ को ऊपर उठाएं और सिर को नीचे करें। इस प्रक्रिया को 8-10 बार दोहराएं।