हलफनामे में कहा गया है कि आदिवासियों के ‘उच्च धर्मांतरण और कम जन्म दर’ के कारण आदिवासी आबादी में काफी कमी आई है। वरिष्ठ भाजपा नेता अमर बाउरी ने कहा कि वे लंबे समय से इस मुद्दे को उठा रहे हैं, लेकिन झामुमो के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार घुसपैठ के खतरे से इनकार करती आ रही है।
झारखंड में अवैध घुसपैठ के मुद्दे पर राजनीति गरमाई हुई है। भाजपा इस मुद्दे पर झामुमो के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार पर खासी हमलावर है। गुरुवार को केंद्र सरकार ने उच्च न्यायालय में हलफनामा पेश कर बताया कि झारखंड में बड़े पैमाने पर अवैध बांग्लादेशी घुसपैठिए राज्य में घुस रहे हैं। अब इसे लेकर विधानसभा में विपक्ष के नेता अमर बाउरी ने झारखंड सरकार पर तीखा हमला बोला है।
केंद्र के हलफनामा का हवाला देकर भाजपा ने झामुमो सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
भाजपा नेता अमर बाउरी ने कहा कि केंद्र सरकार ने उच्च न्यायालय को सूचित किया है कि राज्य में अवैध बांग्लादेशी अप्रवासी रह रहे हैं, लेकिन झामुमो के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार ‘वोट बैंक’ के लिए इससे इनकार कर रही है। झारखंड उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश सुजीत नारायण प्रसाद और न्यायमूर्ति अरुण कुमार राय की खंडपीठ के समक्ष गुरुवार को दायर हलफनामे में केंद्र ने कहा कि बांग्लादेशी अवैध रूप से साहेबगंज और पाकुड़ जिलों से झारखंड में घुसे हैं।
‘वोटबैंक के लिए अवैध घुसपैठ से इनकार कर रही झारखंड सरकार’
हलफनामे में कहा गया है कि आदिवासियों के ‘उच्च धर्मांतरण और कम जन्म दर’ के कारण आदिवासी आबादी में काफी कमी आई है। वरिष्ठ भाजपा नेता अमर बाउरी ने कहा कि वे लंबे समय से इस मुद्दे को उठा रहे हैं, लेकिन झामुमो के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार घुसपैठ के खतरे से इनकार करती आ रही है। प्रदेश भाजपा मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया, ‘झामुमो के नेतृत्व वाली सरकार वोट बैंक और तुष्टीकरण की राजनीति के लिए झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठियों को संरक्षण देने में लगी हुई है।’
संथाल परगना में घटी हिंदू और आदिवासी आबादी
बाउरी ने कहा, ‘केंद्र के हलफनामे के अनुसार, 1961 में संथाल परगना की कुल जनसंख्या 23,22,092 थी, जिसमें हिंदू आबादी 90.37 प्रतिशत, मुस्लिम आबादी 9.43 प्रतिशत और आदिवासी आबादी 44.67 प्रतिशत थी। 2011 में संथाल में आदिवासी आबादी 28 प्रतिशत, हिंदू आबादी 67.95 प्रतिशत, जबकि मुस्लिम आबादी बढ़कर 22.73 प्रतिशत हो गई। वहीं 1961 में संथाल परगना में चार प्रतिशत ईसाई थे, जो 2011 में बढ़कर 20 प्रतिशत हो गए।’ बाउरी ने दावा किया कि यह गिरावट स्वाभाविक नहीं थी, बल्कि घुसपैठ के कारण हुई।
झामुमो का आरोप- सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की कोशिश कर रही भाजपा
केंद्र के हलफनामे पर प्रतिक्रिया देते हुए झामुमो प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि ‘अगर झारखंड में घुसपैठ हुई है तो केंद्रीय गृह और रक्षा मंत्रालय को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।’ उन्होंने आरोप लगाया कि ‘जो आंकड़े दिए गए हैं, उनका उद्देश्य झारखंड के सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ना है। हम पहले ही कह चुके हैं कि भाजपा चुनाव से पहले सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की कोशिश कर रही है।’