मुख्य सचिव खियांग्ते ने शुक्रवार को पहले राज्य स्तरीय महिला पुलिस सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार राज्य में महिला पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान के लिए कृतसंकल्पित है।
झारखंड के मुख्य सचिव एल खियांग्ते ने कहा कि महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध से पूरा देश चिंतित है। ऐसे में पुलिस कर्मियों, विशेषकर महिला पुलिसकर्मियों की जिम्मेदारी महत्वपूर्ण हो जाती है। महिलाओं के प्रति अपराध को रोकने के लिए महिला पुलिस की भूमिका पर विचार करने की आवश्यकता है। अपराध की सूचना पर तुरंत कार्रवाई करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि महिला पुलिसकर्मी ही महिलाओं के खिलाफ अपराध को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।
मुख्य सचिव खियांग्ते ने शुक्रवार को पहले राज्य स्तरीय महिला पुलिस सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार राज्य में महिला पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान के लिए कृतसंकल्पित है। उन्होंने कहा, यह दो दिवसीय सम्मेलन सरकार को महिला पुलिसकर्मियों की सेवा और सुरक्षा के संबंध में निर्णय लेने में मदद करेगा।
उन्होंने कहा, ‘सरकार प्राथमिकता के आधार पर नीति-निर्माण, बुनियादी सुविधाओं और बुनियादी ढांचे पर मदद प्रदान करेगी। महिला पुलिस अधिकारियों और कर्मियों को कार्यस्थल पर बेहतर सुविधाएं और सुरक्षा मिलनी चाहिए।’
खियांग्ते ने कहा कि राज्य में महिला पुलिसकर्मियों की संख्या यथासंभव अधिक होनी चाहिए। वर्तमान में राज्य में कुल पुलिस बल में केवल 5 प्रतिशत महिलाएं हैं। भर्ती के माध्यम से इसे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।
वहीं, पुलिस महानिदेशक एवं महानिरीक्षक अनुराग गुप्ता ने कहा कि जल्द ही हर थाने में एक महिला पुलिसकर्मी होगी। इसके अलावा शहर के पुलिस स्टेशनों में भी महिला थाना प्रभारी होंगी।