
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की झारखंड इकाई ने सोमवार को पश्चिमी सिंहभूम जिले में रक्ताधान (ब्लड ट्रांसफ्यूजन) के बाद थैलेसीमिया पीड़ित 5 बच्चों के कथित तौर पर एचआईवी संक्रमित होने की घटना को लेकर स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी को हटाने की मांग की।
“झारखंड में स्वास्थ्य विभाग की हालत खराब हो गई”
पार्टी कार्यकर्ताओं ने राज्य के विभिन्न सदर अस्पतालों के बाहर प्रदर्शन किया और झामुमो के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। भाजपा की रांची महानगर समिति ने स्थानीय सदर अस्पताल परिसर में धरना दिया, जिसमें स्थानीय विधायक सी.पी. सिंह सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए। सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘झारखंड में स्वास्थ्य विभाग की हालत खराब हो गई है। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को एचआईवी संक्रमित रक्त चढ़ाया गया। इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।” उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ‘‘पैसा इकट्ठा करने” पर ध्यान केंद्रित करते हुए सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा की उपेक्षा कर रही है।
“स्वास्थ्य मंत्री पैसा इकट्ठा करने में व्यस्त हैं”
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘स्वास्थ्य मंत्री अपने रिश्तेदारों को ठेके देने और पैसा इकट्ठा करने में व्यस्त हैं। हम मांग करते हैं कि उन्हें तुरंत स्वास्थ्य विभाग से हटाया जाए।” उन्होंने यह भी कहा कि यह मुद्दा विधानसभा के आगामी शीतकालीन सत्र में भी उठाया जाएगा। ज्ञात हो कि थैलेसीमिया पीड़ित सात-वर्षीय एक बच्चे के परिवार ने 24 अक्टूबर को आरोप लगाया था कि पश्चिमी सिंहभूम के जिला मुख्यालय चाईबासा स्थित ‘ब्लड बैंक’ ने एचआईवी संक्रमित रक्त चढ़ाया था। रांची से आई पांच-सदस्यीय चिकित्सा टीम ने 26 अक्टूबर को जांच के दौरान पाया कि एचआईवी संक्रमित रक्त चढ़ाए जाने के बाद चार और बच्चे ‘एचआईवी पॉजिटिव’ पाए गए। भाजपा की सरायकेला-खरसावां और पश्चिमी सिंहभूम इकाइयों ने भी सदर अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया और संबंधित उपायुक्तों के माध्यम से राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार को ज्ञापन सौंपे।
				


