हिमंत बिस्व सरमा ने नवनिर्वाचित भाजपा विधायकों से विपक्ष के रूप में अपना कर्तव्य निभाने और विधानसभा में घुसपैठ का मुद्दा उठाने की भी अपील की।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने झारखंड में सत्ता बरकरार रखने वाले झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाले गठबंधन से पूर्वी राज्य से घुसपैठियों की पहचान करने का आग्रह किया। साथ ही इन घुसपैठियों को निर्वासित करने के अपने संवैधानिक कर्तव्य का पालन करने का भी अनुरोध किया।
‘अवैध प्रवासी पूर्वी राज्य के लिए गंभीर खतरा’
झारखंड चुनाव में भाजपा के सह प्रभारी रहे सरमा ने पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों से भी विधानसभा में घुसपैठ का मुद्दा उठाने का आह्वान किया और कहा कि अवैध प्रवासी पूर्वी राज्य के लिए गंभीर खतरा हैं।
झारखंड सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाएगी: सरमा
शनिवार देर रात फेसबुक लाइव में सीएम सरमा ने कहा, ‘मुझे अब भी विश्वास है कि घुसपैठ की समस्या आने वाले दिनों में झारखंड को बहुत नुकसान पहुंचाएगी। यह आपकी (झामुमो) सरकार है और मैं आपसे इन घुसपैठियों को बाहर निकालने या कम से कम उनकी पहचान करने की अपील करता हूं। यह आपका संवैधानिक कर्तव्य है। मुझे विश्वास है कि झारखंड सरकार यह जिम्मेदारी निभाएगी।’
सरमा ने नवनिर्वाचित भाजपा विधायकों से विपक्ष के रूप में अपना कर्तव्य निभाने और विधानसभा में घुसपैठ का मुद्दा उठाने की भी अपील की।
‘असफल प्रयास भविष्य की सफलता की नींव’
गौरतलब है, झारखंड में हेमंत सोरेन की अगुवाई वाले गठबंधन ने शनिवार को लगातार दूसरी बार सत्ता हासिल करते हुए 81 सदस्यीय विधानसभा में 56 सीटें जीतीं। झारखंड में भाजपा की हार पर असम के सीएम ने कहा, ‘जो भी कारण हो, हम अपना लक्ष्य हासिल नहीं कर सके। इसका मतलब यह नहीं है कि हमें कोशिश करते नहीं रहना चाहिए। जब भी हम किसी चीज में असफल होते हैं, तो असफल प्रयास भविष्य की सफलता की नींव का काम करता है।’
पिछले चार महीनों में झारखंड में अपने समय को याद करते हुए उन्होंने कहा, ‘मैंने राज्य में बहुत समय बिताया लेकिन अपने लक्ष्य में असफल रहा। लेकिन मैं आपके प्यार को हमेशा याद रखूंगा। मैं सभी प्यार और समर्थन के लिए आभारी हूं।’